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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वावलंबन 2025 में एक ऐसे हाईटेक देसी सर्विलांस डिवाइस का निरीक्षण किया जो अंधेरे में भी दुश्मन को खोज निकालेगा. उन्होंने कहा कि भारत डिफेंस इनोवेशन के सुनहरे दौर में है. उन्होंने प्राइवेट सेक्टर को ‘प्रॉफिट-प्लस’ मंत्र दिया यानी मुनाफे के साथ राष्ट्रवाद भी जरूरी है. इवेंट में सारथी ऐप लॉन्च हुआ. अब भारत हथियार खरीदेगा नहीं, बल्कि दुनिया को बेचेगा और अपनी सप्लाई चेन खुद बनाएगा.
नई दिल्ली: भारत की सुरक्षा दीवार अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और अभेद्य हो चुकी है. दुश्मन अगर पाताल में भी छिपेगा तो अब सेनाओं की नजरों से बच नहीं पाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में एक ऐसे हाईटेक डिवाइस का निरीक्षण किया है जो सर्विलांस की दुनिया में क्रांति लाने वाला है. नई दिल्ली में आयोजित ‘स्वावलंबन 2025’ सेमिनार में इसकी झलक पूरी दुनिया ने देखी. भारतीय नेवी अब अपनी आंखों को और ज्यादा तेज कर रही है. इस हाईटेक सिस्टम से घुसपैठियों की अब खैर नहीं है. राजनाथ सिंह ने खुद इसे अपने हाथों से चेक किया और इसकी बारीकियों को समझा. यह भारत की बढ़ती डिफेंस ताकत का जीता जागता सबूत है. रक्षा मंत्री ने साफ कर दिया है कि भारत अब डिफेंस इनोवेशन के ‘गोल्डन एरा’ यानी सुनहरे दौर में प्रवेश कर चुका है.
अंधेरे और कोहरे में भी दुश्मन का काल बनेगा ये ‘तीसरा नेत्र’
- इस सर्विलांस सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत इसकी सटीक नजर है. यह घने कोहरे में भी साफ देख सकता है और रात के अंधेरे में भी यह दुश्मन को ढूंढ निकालने में सक्षम है.
- इसमें हाई रेजोल्यूशन के लेंस लगे हुए हैं जो मीलों दूर से टारगेट को पहचान सकते हैं. बॉर्डर पर अक्सर घुसपैठिये अंधेरे का फायदा उठाते हैं लेकिन यह गैजेट उनकी इस चाल को पूरी तरह नाकाम कर देगा.
- फोटो में राजनाथ सिंह जिस डिवाइस को देख रहे हैं, वह ट्राइपॉड पर माउंटेड है और इसे कहीं भी ले जाना बेहद आसान है.
- यह पोर्टेबल होने के साथ-साथ काफी रग्ड और मजबूत भी है. यह डिवाइस मेक इन इंडिया का बेहतरीन उदाहरण है जिसे भारतीय स्टार्टअप ने तैयार किया है.
रक्षा मंत्री का मंत्र: सिर्फ मुनाफा नहीं, ‘प्रॉफिट-प्लस’ और राष्ट्रवाद भी जरूरी
स्वावलंबन 2025 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्राइवेट सेक्टर को एक नया मूलमंत्र दिया. उन्होंने कहा कि कंपनियों को अब ‘प्रॉफिट-प्लस’ अप्रोच अपनानी होगी. इसका मतलब है कि सिर्फ पैसे का मुनाफा काफी नहीं है. इसमें राष्ट्रवाद, कर्तव्य की भावना और रणनीतिक जिम्मेदारी भी शामिल होनी चाहिए. उन्होंने स्टार्टअप्स और इंडस्ट्री लीडर्स से कहा, ‘हमारा लक्ष्य सिर्फ आर्थिक गतिविधि तक सीमित नहीं होना चाहिए. इसे एक नेशनल मिशन की तरह लिया जाना चाहिए’. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अब दुनिया में सिर्फ खरीदार नहीं रहेगा. हमारे युवा इनोवेटर्स ने देश को बिल्डर, क्रिएटर और लीडर बना दिया है. भारत अब टेक्नोलॉजी इम्पोर्टर से एक्सपोर्टर बनने की राह पर तेजी से दौड़ रहा है.
“India is entering a golden era of defence innovation, and its foundation is being laid by our innovators & young entrepreneurs who are integrating economic strength, strategic thinking and technological advancements,” said Raksha Mantri Shri Rajnath Singh while addressing… pic.twitter.com/RN3NfSh3lb

