अमित चावड़ा इससे पहले भी गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं
कांग्रेस ने गुजरात पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए अमित चावडा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वे शक्तिसिंह गोहिल का स्थान लेंगे। इसके साथ ही डॉ. तुषार चौधरी को गुजरात विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया है।
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बता दें कि राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने हालिया उपचुनावों में पार्टी को मिली हार के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।
गौरतलब है कि 10 जुलाई को गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया गया था। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हुई थी। उसके बाद आज (17 जुलाई) अमित चावड़ा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई है। 30 साल से सत्ता में आने के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस ने फिर से पुराने चेहरों को मैदान में उतारा है। इनमें अमित चावडा ओबीसी और तुषार चौधरी आदिवासी चेहरा हैं।
अमित चावडा ओबीसी और तुषार चौधरी आदिवासी चेहरा हैं।
पहले ही प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं चावडा अमित चावड़ा इससे पहले भी गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और वे अनुभवी संगठनकर्ता माने जाते हैं। वहीं डॉ. तुषार चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी समुदाय से आने वाले वरिष्ठ नेता हैं। उनकी नियुक्ति को कांग्रेस की जनाधार विस्तार रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
गुजरात में कांग्रेस 1995 से सत्ता से बाहर है गुजरात में 1995 से अब तक राज्य में सात विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, यानी 1995, 1998, 2002, 2007, 2012 और 2017, 2022, और इन सभी चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इतना ही नहीं, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस सभी 26 लोकसभा सीटें हार गई थी। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली।
2009 के लोकसभा चुनावों में गुजरात की 26 सीटों पर औसतन 48 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, जिसमें भाजपा को 47 प्रतिशत और कांग्रेस को 44 प्रतिशत वोट मिले थे। भाजपा ने जहां 15 सीटें जीतीं, वहीं 11 सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। भाजपा को कांग्रेस से 3.51 प्रतिशत अधिक वोट मिले।

वर्ष 2014 भाजपा के लिए निर्णायक वर्ष साबित हुआ। गुजरात की 26 सीटों पर औसतन 64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, जिसमें भाजपा को 59 प्रतिशत और कांग्रेस को 33 प्रतिशत वोट मिले थे। भाजपा ने सभी 26 सीटों पर कब्जा कर लिया। इस चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से 26.2 प्रतिशत अधिक वोट मिले।
जबकि 2009 में कांग्रेस को 44 प्रतिशत वोट मिले थे, जो 2014 में 11 प्रतिशत घटकर 33 प्रतिशत रह गए। 2019 के चुनावों में गुजरात में औसतन 65 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें भाजपा को 62 प्रतिशत और कांग्रेस को 32 प्रतिशत वोट मिले। भाजपा ने फिर से सभी 26 सीटें जीत लीं। इस चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से 30.1 प्रतिशत ज़्यादा वोट मिले।