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Manish Kashyap News: बिहार की सियासत में यूट्यूबर मनीष कश्यप का नया अवतार चर्चा में है. कभी बीजेपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले मनीष अब प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में शामिल हो रहे हैं. ऐसे में सवा…और पढ़ें
प्रशांत किशोर से मुलाकात कर मनीष कश्यप ने संविधान की प्रति दी.
हाइलाइट्स
- मनीष कश्यप की नई पारी का ऐलान, बीजेपी छोड़कर 7 जुलाई को जन सुराज पार्टी में शामिल होंगे.
- चनपटिया से चुनाव की लड़ने की तैयारी, मनीष विधानसभा चुनाव में जन सुराज के हो सकते हैं प्रत्याशी.
- जन सुराज बिहार में तीसरा विकल्प, मनीष कश्यप की एंट्री से तीसरे मोर्चे को मिल सकती है ताकत.
प्रशांत किशोर से मिलने के बाद मनीष कश्यप ने मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए एक पोस्ट भी लिखा है. जिसमें उन्होंने अपनी भावना व्यक्त करते हुए लिखा, जन सुराज के सूत्रधार और बिहार का भविष्य संवारने की दृढ़ इच्छाशक्ति रखने वाले प्रशांत किशोर जी को आज मैंने भारतीय संविधान भेंट की. मुझे पूर्ण विश्वास है कि बिहार में संविधान की रक्षा और उसके मूल्यों की पुनः स्थापना तभी संभव है, जब बिहारी न केवल बिहार में, बल्कि देश-विदेश में भी सुरक्षित और सम्मानित होंगे और इस संकल्प को साकार करने के लिए प्रशांत किशोर जी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.
मनीष कश्यप ने खुद किया ऐलान
उन्होंने आगे लिखा, करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्रोत प्रशांत किशोर जी के साथ चलकर नए बिहार के निर्माण में सहभागी बनने का मैंने निर्णय लिया है. अपने सभी समर्थकों और शुभचिंतकों से विचार-विमर्श के बाद यह घोषणा करता हूं कि 7 जुलाई को मैं औपचारिक रूप से जन सुराज से जुड़ रहा हूं. इस ऐतिहासिक दिन पर आप सभी शुभचिंतकों को बिहार के सबसे बड़े सभागार – बापू सभागार में सादर आमंत्रित करता हूं. आइए, मिलकर जनसुराज के साथ नया बिहार बनाएं.
बीजेपी से नाराज होकर छोड़ी पार्टी
बिहार की सियासत में नया उलटफेर
बताया जा रहा है कि वह चनपटिया विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज के उम्मीदवार हो सकते हैं. हालांकि, चनपटिया में बीजेपी का मजबूत आधार उनके लिए चुनौती है. बहरहाल, मनीष का यह कदम बिहार की सियासत में नया उलटफेर ला सकता है. मनीष की यह सियासी पारी बिहार की जातिगत आधारित राजनीति में नया रंग ला सकती है.ऐसे में सवाल यह कि क्या मनीष का यह कदम बिहार की राजनीति में तीसरे मोर्चे को ताकत देगा? राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि मनीष की युवा अपील और बेबाक छवि जन सुराज को ग्रामीण और शहरी युवाओं में लोकप्रियता दिला सकती है.