मनोज कुमार वर्मा | सोनभद्र1 मिनट पहले
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सोनभद्र में आशा कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर अपनी समस्याओं के समाधान और बकाया भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। दर्जनों की संख्या में आशा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचीं और शासन-प्रशासन से गुहार लगाई।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार और संबंधित विभागों ने उनकी समस्याओं के प्रति कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और जिला स्वास्थ्य समितियां सामान्य शिकायतों के निस्तारण में भी उदासीन हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार एक परंपरा बन चुका है।
आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि दशकों से किए जा रहे अनेक कार्यों की प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया जाता। उन्हें 74 निर्धारित कार्यों के अलावा भी कई विशेष जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं, जिनके लिए कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं मिलता। कई कार्यों की प्रोत्साहन राशियों का वर्षों से पुनरीक्षण तक नहीं किया गया है।
कार्यकत्रियों ने यह भी कहा कि आधार प्रोत्साहन राशि, मंगल अभियान प्रोत्साहन व राहत राशि और राज्य वित्त से मिलने वाले भुगतान लंबे समय से बकाया हैं। उन्होंने मांग की कि सभी बकाया भुगतानों का एकमुश्त निस्तारण किया जाए।
आशा कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांगों में आधार प्रोत्साहन व अन्य योजनाओं की बकाया राशियों का तत्काल भुगतान शामिल है। उन्होंने वर्ष 2018 से 2025 तक विभिन्न दुर्घटनाओं में मृत आशा या आशा संगिनी के परिजनों को ₹2 लाख बीमा राशि और ₹10 लाख क्षतिपूर्ति देने की मांग की। इसके अतिरिक्त, वर्षों से लंबित प्रोत्साहन व अनुग्रह राशियों के ₹15 करोड़ का भुगतान तत्काल सुनिश्चित करने की भी मांग की गई।
अन्य मांगों में सभी जिलों में लैंगिक उत्पीड़न रोकथाम के लिए आईसीसी/आईसीसीएएसएच कमेटी का गठन करना शामिल है, जिसमें आशा प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए। साथ ही, वर्ष 2025 के बकाया भुगतान एवं राज्य वित्तीय अनुदान की राशि शीघ्र जारी करने की मांग की गई।
इस प्रदर्शन में आशा यूनियन की अध्यक्ष तारादेवी, साविक जानकी देवी,तथा संगठन से जुड़ी नाजमा, शेख मोहम्मद कलीम अंसारी (एआईएसए) सहित दर्जनों कार्यकत्रियां जैसे शिवांगी यादव, मेनिका,रामपरी देवी, सुशीला, ममता,अर्मिला देवी,कमलावती, चम्पा, अर्चिता देवी, गीता, सीता, प्रमिला, मंजू, निर्मला, राधिका,संगीता,बंदा देवी, सीमा,और मीना शामिल थीं।उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही बकाया भुगतान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन और तेज करेंगी।

