Monday, November 3, 2025
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आसमान में लोहा, जमीन पर आग: ऑपरेशन सिंदूर में वीर चक्र विजेताओं की 6 अद्भुत कहानियां


सरकार ने गजट नोटिफिकेशन जारी कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अपने पराक्रम और बहादुरी का प्रदर्शन करने वाले जवानों को औपचारिक रूप से सम्मानित किया है. इस गजट में भारतीय सेना और वायु सेना के उन साहसी अफसरों का जिक्र है जिन्होंने न केवल मिशन को सफल बनाया, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए अद्वितीय बहादुरी का परिचय भी दिया. ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना का अद्भुत मिशन था, जिसमें हमारे जवानों ने पाक‍िस्‍तान के अंदर आतंकी ठ‍िकानों को नेस्‍तनाबूद कर द‍िया. इस मिशन में शामिल वीरों में से छह अफसरों को Vir Chakra से सम्मानित किया गया है. आइए जानते हैं इनके नाम और उनके अद्भुत पराक्रम की कहानी.

1.कर्नल कोशांक लांबा, 302 मीडियम रेजिमेंट (आर्मी)

कर्नल लाम्बा को Vir Chakra उनके “बेहतरीन नेतृत्व और असाधारण बहादुरी” के लिए मिला. उन्होंने पहली बार किसी विशेष उपकरण बैटरी की हवाई तैनाती को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, वो भी बेहद कम समय में. उनके इस कदम से ऑपरेशन के लिए आवश्यक संसाधन समय पर और गुप्त रूप से उपलब्ध कराए गए.

2. लेफ्टिनेंट कर्नल सुशील बिष्ट, 1988 (स्वतंत्र) मध्यम बैटरी (आर्मी)

लेफ्टिनेंट कर्नल बिष्ट ने मिशन की सफलता में अहम भूमिका निभाई. उनके नेतृत्व और साहस के चलते उनकी यूनिट ने आतंकवादी कैंपों को पूरी तरह नष्ट कर मिशन को ऐतिहासिक सफलता दिलाई. उनका नाम “साहस और दृढ़ नेतृत्व” के लिए Vir Chakra में शामिल हुआ.

3. ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू, फ्लाइंग पायलट (एयरफोर्स)

ग्रुप कैप्टन सिद्धू की स्क्वाड्रन को अहम स्ट्राइक मिशनों के लिए चुना गया था. उन्होंने पूर्व निर्धारित लक्ष्यों पर सफलतापूर्वक हमले किए और सभी उद्देश्य पूरे किए. उनके इस अदम्य साहस और शौर्य को Vir Chakra से सम्मानित किया गया.

4. ग्रुप कैप्टन अनिमेष पाटनी, फ्लाइंग पायलट (एयरफोर्स)

ग्रुप कैप्टन पाटनी ने स्ट्रेटजिक SAM स्क्वाड्रन का संचालन किया और दुश्मनों की क्षमताओं पर निर्णायक चोट पहुंचाई. उनके नेतृत्व में स्क्वाड्रन ने बिना किसी नुकसान के महत्वपूर्ण लक्ष्य पर हमले किए.

5. स्क्वाड्रन लीडर रिज़वान मलिक, फ्लाइंग पायलट (एयरफोर्स)

स्क्वाड्रन लीडर मलिक ने मध्यरात्रि में बिना एस्कॉर्ट के स्ट्राइक मिशन का नेतृत्व किया. उनके मिशन में नवीनतम एयर डिफेंस सिस्टम वाले दुश्मन ठिकानों को निशाना बनाया गया. उन्होंने अत्यंत कठिन परिस्थितियों में कम समय में लक्ष्य साधने का शानदार प्रदर्शन किया.

6. स्क्वाड्रन लीडर सिद्धांत सिंह, फ्लाइंग पायलट (एयरफोर्स)

स्क्वाड्रन लीडर सिधांत सिंह को तीन विमान वाली फॉर्मेशन में सटीक स्ट्राइक मिशन का जिम्मा दिया गया. मिशन की सफलता के लिए उन्होंने बेहतरीन योजना, समन्वय और उच्चतम स्तर की उड़ान कला का प्रदर्शन किया.

इन सभी वीरों की बहादुरी और मिशन की सटीक योजना का यह प्रमाण है कि भारत की सेनाएं कितनी सक्षम और निडर हैं.

ऑपरेशन सिंदूर भारत की ताकत का नमूना

ऑपरेशन सिंदूर में केवल 22 मिनट में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया, जिनमें पाकिस्तान और पीओके के मुरिदके और बहावलपुर हब शामिल थे. यह मिशन मेड इन इंडिया हथियारों, राफेल और Su-30MKI जैसे जेट्स, ब्रह्मोस मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल करके किया गया. ISRO के सैटेलाइट्स ने भी मिशन में महत्वपूर्ण निगरानी और समर्थन प्रदान किया. पाकिस्तान की ओर से ड्रोन, आर्टिलरी और मिसाइलों से जवाबी हमला किया गया, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली, जिसमें S-400 और अकाश सिस्टम शामिल थे, ने उन्हें नाकाम कर दिया. ऑपरेशन में छह पाकिस्तानी लड़ाकू जेट, दो उच्च मूल्य वाले विमान, 10+ UCAV और एक C-130 ट्रांसपोर्ट विमान नष्ट किए गए. इसके साथ ही 100 से अधिक आतंकवादी भी मारे गए.



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