अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि भारत पर 20-25% का टैरिफ लग सकता है. यह अप्रैल में घोषित 26% रेसिप्रोकल यानी पारस्परिक टैरिफ से थोड़ा कम है. हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि फाइनल टैरिफ अभी तय नहीं हुआ है क्योंकि दोनों देश 1 अगस्त की समयसीमा से पहले एक ट्रेड डील यानी व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं.
जब रॉयटर्स की रिपोर्ट पर टिप्पणी करने के लिए उनसे पूछा गया कि क्या भारत को हाई अमेरिकी टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है, जो 20% से 25% के बीच हो सकता है? इस पर डोनाल्ड ट्रंप ने ब्लूमबर्ग के हवाले से कहा, हां, मुझे ऐसा लगता है.’
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘भारत एक अच्छा दोस्त रहा है, लेकिन भारत ने मूल रूप से लगभग किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक टैरिफ लगाया है. ऐसा नहीं कर सकते.’ डोनाल्ड ट्रंप ने यह बयान तब दिया, जब वह स्कॉटलैंड की पांच दिवसीय यात्रा से वाशिंगटन लौट रहे थे.जब रिपोर्टर ने पूछा कि क्या भारत के साथ समझौता फाइनल रूप ले चुका है, तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘नहीं, ऐसा नहीं है.’
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि अधिकांश साझेदार जो अलग-अलग व्यापार समझौते नहीं करते हैं, जल्द ही अपने निर्यात पर 15% से 20% टैरिफ का सामना करेंगे, जो अप्रैल में लगाए गए व्यापक 10% टैरिफ से काफी अधिक है. उनकी सरकार जल्द ही लगभग 200 देशों को उनके नए ‘विश्व टैरिफ’ दर की सूचना देगी. अगर ऐसा होता है तो वियतनाम (20%) और इंडोनेशिया (19%) सहित कई अन्य देश भारत से बेहतर स्थिति में होंगे. साथ ही यूरोपीय संघ और जापान (प्रत्येक 15%) और यूके (10%) भी बेहतर स्थिति में हैं. वहीं, अमेरिका में चीन पर 30% फीसदी से अधिक टैरिफ लगा सकता है.