मुरादाबाद. देश-विदेश की राजनीति को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने सोमवार को कई अहम मुद्दों पर बयान देते हुए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी द्वारा ईरान के समर्थन में दिए गए बयान का खुले तौर पर समर्थन किया और इजरायल को आतंकवादी राष्ट्र बताते हुए कहा कि ऐसे देश को दुनिया में रहने का कोई हक नहीं है.
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर भारत सरकार इस मामले में खामोश क्यों है और इजरायल का साथ क्यों दे रही है? डॉ. हसन ने दावा किया कि भारत के गरीब लोग जो इजरायल में काम करने गए थे, उन्हें वहां की फौज में जबरन भर्ती किया गया और उनमें से कुछ की मृत्यु भी हो चुकी है.
पाकिस्तान द्वारा अमेरिका को ईरान पर हमला करने के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल करने देने की खबरों पर डॉ. हसन ने पाकिस्तान को बे-भरोसा देश बताया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कभी किसी का नहीं हो सकता और ऐसी खबरें हैं कि हमला समुद्र के रास्ते किया गया है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे की सत्यता पर तो कुछ कहना मुश्किल है, लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता.
आपातकाल की वर्षगांठ पर बोलते हुए डॉ. हसन ने कहा कि कांग्रेस ने उस दौर के लिए माफी मांगी है और यह सही है कि उस समय लोगों के कानूनी अधिकार छीन लिए गए थे, नेता जेल में डाले गए थे, और जबरन नसबंदी जैसे गंभीर अपराध किए गए थे. लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि उस समय देश में जबरदस्त अनुशासन था. ट्रेनें समय पर चलती थीं, रिश्वतखोरी पर लगाम थी और कानून व्यवस्था सख्त थी. उन्होंने कहा कि आज की स्थिति को देखिए, आज भी एक अघोषित आपातकाल जैसा माहौल है, लोग बोल नहीं सकते, हक की आवाज नहीं उठा सकते और स्वतंत्र एजेंसियों का दुरुपयोग कर लोगों को जेलों में डाला जा रहा है.