Monday, December 1, 2025
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उद्योग धंधों से रोजगार पाने वालों का सम्मेलन कराएगी सरकार: सीएम बोले- ढाई लाख करोड़ के कामों का एक साथ कराना है भूमिपूजन – Bhopal News



मंत्रालय ने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के निवेश प्रस्तावों की समीक्षा करते मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सरकार की निवेश प्रोत्साहन योजनाओं के कारण प्रदेश में ही रोजगार और स्वरोजगार प्राप्त करने वाले लोगों का राज्यस्तरीय एवं संभाग स्तरीय सम्मेलन आयोजित करें।

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सरकार की रोजगार प्रोत्साहन नीतियों से प्रदेश के 7.85 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि दो से ढाई लाख करोड़ रुपए के कामों के एक साथ भूमिपूजन से प्रदेश का औद्योगिक परिदृश्य तेजी से बदलेगा।

सीएम यादव ने ये बातें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट–2025 में आए निवेश प्रस्तावों की समीक्षा के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि समिट में सरकार को 30.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इन निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन के लिए निवेशकों से लगातार बात कर उनके सवालों का समाधान करें ताकि वे जल्द से जल्द अपने निवेश प्रस्ताव को अमली जामा पहनाएं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दिसंबर में सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसलिए नवम्बर माह के अंत तक अधिक से अधिक औद्योगिक निर्माण इकाइयों का सामूहिक भूमिपूजन कराएं। उन्होंने कहा कि दो से ढ़ाई लाख करोड़ रुपए के कामों के एक साथ भूमिपूजन से प्रदेश का औद्योगिक परिदृश्य तेजी से बदलेगा।

प्रोजेक्ट्स की समय-सीमा तय कर प्रायोरिटी के आधार पर काम करें मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में निवेश संबंधी बैठक में फरवरी 2025 में भोपाल में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के निवेश प्रस्तावों की समीक्षा के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि निवेश से जुड़े सभी प्रोजेक्ट्स की समय-सीमा तय कर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाया जाए।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार निवेशकों को सुरक्षित, पारदर्शी और उद्योगों के अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ें और आर्थिक विकास को गति मिले। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जिन निवेश प्रस्तावों पर काम प्रारंभ हो चुका है, उनकी नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन (एमपीटी) अब एक ब्रांड बन चुका है। इसका लाभ प्रदेश में उद्योग -धंधों और पर्यटन के विकास पर भी लिया जाए।

उन्होंने कहा कि सम्पर्ण पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की दिशा में आगे बढ़ें, इससे पर्यटन क्षेत्र में कोई बड़ा निवेश आने पर सरकार निवेशक को उद्योग विभाग द्वारा दी जा रही सब्सिडी प्रोत्साहन योजना का भी लाभ दे सकेगी।

प्रदेश के 7.85 लाख से अधिक को मिला रोजगार मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि उद्योग एवं रोजगार वर्ष के समापन पर सरकार की निवेश प्रोत्साहन योजनाओं के कारण प्रदेश में ही रोजगार और स्वरोजगार प्राप्त करने वाले लोगों का राज्य स्तरीय एवं संभाग स्तरीय सम्मेलन आयोजित करें।

उन्होंने बताया कि सरकार की रोजगार प्रोत्साहन नीतियों से प्रदेश के 7.85 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 के समापन से पहले सरकार के कामों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। लोगों की सफलता की कहानियां समाज के सामने भी आनी चाहिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बायो-टेक्नाेलाॅजी सेक्टर में बहुत स्कोप है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी दिनों में हैदराबाद में आयोजित होने वाले निवेशक संवाद सम्मेलन में बायो-टेक्नाेलाॅजी सेक्टर की कम्पनियों और निवेशकों को भी आमंत्रित किया जाए। मध्यप्रदेश में निवेश के लिए उनसे आग्रह किया जाएगा।

397 निवेश प्रस्तावों पर लेटर ऑफ इंट्रेस्ट जारी

  • प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट–2025 में सरकार को मिले 30.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों में से वर्तमान में 8.57 लाख करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्तावों पर काम जारी है।
  • उद्योग विभाग को कुल 12.70 लाख करोड़ रुपए के 889 निवेश प्रस्ताव मिले थे। इनमें से 397 निवेश प्रस्तावों पर भूमि आवंटित कर लेटर आफ इंट्रेस्ट भी जारी कर दिया है।
  • 5.13 लाख करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले 190 निवेश प्रस्ताव ऐसे हैं, जिनमें निवेशकों ने साइट विजिट भी पूरा कर लिया है। विभाग द्वारा 302 निवेशकों से लगातार चर्चा की जा रही है।
  • 2.48 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों पर विभाग द्वारा भूमि आवंटन एवं निवेश आवेदनों की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इस बड़े निवेश से प्रदेश में 2.85 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग करीब 2 लाख करोड़ रुपए की औद्योगिक इकाइयों का सामूहिक भूमिभूजन कराने में सहभागिता करेगा।
  • उन्होंने बताया कि ग्वालियर में टेलीकॉम मैन्युफेक्चरिंग जोन की स्थापना के लिए केंद्र सरकार से चर्चा की जा रही है।

इन विभागों के निवेश प्रस्तावों पर भी डिस्कशन बैठक में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग, खनिज, नगरीय विकास एवं आवास, ऊर्जा, लोक निर्माण, पर्यटन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, विमानन और सहकारिता विभाग सहित अन्य विभागों को प्राप्त निवेश प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई।



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