अगर आपका वजन लगातार बढ़ रहा है तो थायरॉइड टेस्ट जरूर कराना चाहिए. यह शरीर में थायरॉइड हार्मोन के संतुलन को जांचने में मदद करता है, जो मेटाबॉलिज्म, एनर्जी लेवल, वजन और मेंटल कंडीशन पर सीधा असर डालता है.

अगर किसी को पहले से हाइपरथायरॉइडिज्म है और वजन घटने का नाम नहीं ले रहा तो डॉक्टर से मिलकर थायरॉइड की जांच कराएं. इसके लिए TSH, T3 और T4 नामक टेस्ट किए जाते हैं.

खासकर गर्भवती महिलाओं, परिवार में थायरॉइड का इतिहास होने वालों और थकान या सुस्ती महसूस करने वालों को यह टेस्ट जरूर कराना चाहिए.

महिलाओं में बढ़ते वजन का एक आम कारण पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम हो सकता है. यह हार्मोन से जुड़ी समस्या है, जिसमें पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं और अंडाशय ठीक से अंडाणु नहीं बना पाता. इसका असर शरीर के मेटाबॉलिज्म पर भी पड़ता है, जिससे वजन तेजी से बढ़ सकता है और घटाना काफी मुश्किल हो जाता है.

थायरॉइड की जांच के लिए थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (TSH, T3, T4), विटामिन D, विटामिन B12, फास्टिंग इंसुलिन, ब्लड शुगर टेस्ट कराने चाहिए. इसके अलावा पीसीओएस और हार्मोनल प्रोफाइल की जांच भी करानी चाहिए.

वजन कम करने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज करना काफी नहीं होता, बल्कि आपकी दूसरी आदतें भी बहुत अहम होती हैं. कई बार लोग एक्सरसाइज करने के बाद जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं, ठीक से सोते नहीं या लगातार स्ट्रेस में रहते हैं.

ये चीजें ही हमारे वजन को कम करने की कोशिश पर पानी फेर देती हैं. अच्छी सेहत के लिए एक्सरसाइज के साथ साथ हमें अपनी नींद, डाइट और मन को भी शांत बनाए रखने की जरूरत है.

अगर आप रोजाना मेहनत कर रहे हैं फिर भी थायरॉइड या किसी और वजह से वजन में कोई फर्क नहीं आ रहा है, तो खुद को गलत मानने के बजाय एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

मुमकिन है कि इसके पीछे कोई अंदरूनी स्वास्थ्य कारण हो, जो आपकी नजर से छूट गया हो. सही जांच से असली वजह सामने आ सकती है और फिर इलाज भी उसी के मुताबिक किया जा सकता है.
Published at : 21 Jun 2025 02:58 PM (IST)

