कोटा के गढ़ पैलेस में किया वायु धारणा परीक्षण।
रियासत कालीन परंपरा अनुसार आज आषाढ़ी पूर्णिमा पर गढ़पैलेस स्थित 100 फीट ऊंचे जंतर की बुर्ज पर धर्म ध्वजा लगाकर वायु धारणा परीक्षण किया गया। इससे हाड़ौती में मानसून में अच्छी बारिश के संकेत मिले है। मुहर्त के अनुसार शाम को दिशा सूचक यंत्र में धर्म ध्वज
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हाड़ौती में मानसून में अच्छी बारिश के संकेत मिले है।
हाड़ौती क्षेत्र में वर्षा औसत से अच्छी रहने की संभावना है जो की फसलों के लिए लाभदायक रहेगी। लेकिन कुछ -कुछ क्षेत्रों में जरूरत से ज्यादा बारिश होने के फसलों को हानि पहुंचाएगी। उन क्षेत्रों के किसानों को नुकसान होने की संभावना बनेगी।
वायु धारणा पूजन के बाद गढ़ पैलेस , रियासत कालीन श्रीबृजनाथ जी महाराज मंदिर में धान्य परीक्षण का कार्य किया गया। इसमें शयन आरती के बाद हाड़ौती क्षेत्र में होने वाले विभिन्न धानयो की निश्चित मात्रा अलग-अलग पत्रों में तोड़कर सफेद कपड़े से ढककर श्रीरघुनाथ जी महाराज के सामने रखी गई।
सुबह मंगला आरती के बाद इनका वजन किया जाएगा। इसमें जिस धान के वजन में बढ़ोतरी होगी उसकी अच्छी पैदावार होने का अनुमान रहेगा। जिसमें कमी देखी जाएगी उसकी फसल कम रहने का अनुमान रहेगा। यह एक रियासत कालीन परंपरा है। जिसका राज परिवार कोटा द्वारा आज भी निर्वहन किया जा रहा है।
वायु धारणा पूजन में आचार्य पंडित आशुतोष दाधीच, पंडित कुंज बिहारी गौतम, पंडित प्रेम नारायण शास्त्री, पंडित विद्याधर शास्त्री,पंडित पुरुषोत्तम शास्त्री, पंडित प्रहलाद शास्त्री, पंडित सांवरा, पंडित अवधेश सहित अन्य मौजूद रहे।