निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर ऊंचाई वाले स्थानों पर शिफ्ट हो जाएं।
राजस्थान में भारी बारिश के कारण कोटा बैराज से छोड़ा गया 1.73 लाख क्यूसेक पानी अब मुरैना की चंबल नदी में खतरे के संकेत दे रहा है। यह पानी मंगलवार रात तक जिले के राजघाट इलाके में पहुंचेगा। इसको देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ संभावित गांवों में अलर्ट जारी कि
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कोटा बैराज से सोमवार सुबह 11 बजे छोड़ा गया पानी धीरे-धीरे बहते हुए मध्यप्रदेश के हिस्से में पहुंच रहा है। चंबल नदी का खतरे का निशान 138 मीटर है, जबकि वर्तमान जलस्तर 130.30 मीटर दर्ज किया गया है। संभावना है कि रात तक जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है।
कलेक्टर ने दिए सतर्कता के निर्देश कलेक्टर अंकित अस्थाना ने सभी राजस्व अधिकारियों, पटवारियों, पंचायत सचिवों और ग्राम रोजगार सहायकों (GRS) को निर्देश दिए हैं कि वे बाढ़ संभावित गांवों में लोगों को अलर्ट करें। सभी संबंधित विभागों से कहा गया है कि वे कंट्रोल रूम सक्रिय रखें और आवश्यक सेवाओं से संबंधित संपर्क नंबर पंचायत भवनों पर स्पष्ट रूप से लिखवाएं।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि जहां ये नंबर अभी तक नहीं लिखे गए हैं, वहां तत्काल कार्रवाई कर यह कार्य पूरा करें।
चंबल नदी में पानी
लोगों से की गई अपील प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और सिर्फ सरकारी सूचना पर ही भरोसा करें। चंबल किनारे और निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर ऊंचाई वाले स्थानों पर शिफ्ट हो जाएं।
कंट्रोल रूम नंबर शीघ्र जारी किए जाएंगे जिला प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर भी जल्द जारी किए जाएंगे, ताकि बाढ़ से जुड़ी किसी भी इमरजेंसी में तत्काल सहायता ली जा सके।