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Rahul Gandhi Claim and Fact : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए दो आंकड़े पेश किए हैं. उन्होंने कहा कि भारत अपने 80 फीसदी टीवी कंपोनेंट आज भी चीन से मंगाता है, जबकि जीडीपी में मैन्युफैक्चर…और पढ़ें
राहुल गांधी ने मैन्युफैक्चरिंग को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
हाइलाइट्स
- भारत 80% टीवी उपकरण चीन से मंगाता है.
- टीवी डिस्प्ले पैनल का 90% चीन से आता है.
- भारत का GDP में विनिर्माण योगदान 17% है.
सबसे पहले इस पर बात करते हैं कि भारत चीन से क्या चीजें मंगाता है, जो टीवी बनाने में इस्तेमाल होती हैं. भारत को सबसे ज्यादा जरूरत होती है टीवी डिस्प्ले पैनल की जो करीब 90 फीसदी तक चीन से मंगाए जाते हैं. इनसे ही LCD, LED, OLED और QLED जैसे डिस्प्ले पैनल बनाए जाते हैं. इसके अलावा टीवी के स्मार्ट फीचर्स और प्रोसेसिंग के लिए चिपसेट और प्रोसेसर्स भी ज्यादा चीन से मंगाए जाते हैं. टीवी के इलेक्ट्रॉनिक सर्किट का आधार जो तमाम उपकरणों को आपस में जोड़ता है, वह प्रिंटेड सर्किट बोर्ड भी चीन और वियतनाम से मंगाए जाते हैं. यहां तक कि टीवी का फ्रेम, स्टैंड और बाहरी बॉडी भी चीन से ही मंगाना पड़ता है. स्पीकर और ऑडियो बनाने के लिए रेयर अर्थ जैसी जरूरी धातुओं के लिए भी हम चीन पर निर्भर हैं.
भारत का सबसे ज्यादा व्यापार घाटा चीन के साथ ही है, जिससे यह तय है कि हमारा सबसे ज्यादा आयात भी इसी देश के साथ है. पिछले साल तो 100 अरब डॉलर का व्यापार घाटा रहा और भारत का सबसे ज्यादा आयात भी चीन से इलेक्ट्रॉनिक्स का होता है. साल 2022 के आंकड़े ही बताते हैं कि भारत ने चीन से 3 हजार करोड़ डॉलर से भी ज्यादा के इलेक्ट्रॉनिक सामान मंगाए.
चाइनीज टीवी का भी बड़ा बाजार
ऐसा नहीं है कि भारत सिर्फ चीन से टीवी बनाने के उपकरण ही खरीदता है, बल्कि चाइनीज टेलीविजन की भी भारतीय बाजार में गहरी जड़ें हैं. भारत में स्मार्ट टीवी का कारोबार करीब 25 हजार करोड़ रुपये का है, जिसमें चाइनीज टीवी कंपनियों की हिस्सेदारी भी 45 फीसदी के आसपास रही है. यही कारण है कि चीन ने भारतीय मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को नुकसान पहुंचाने के लिए इन जरूरी उपकरणों का निर्यात बंद कर दिया है.
राहुल के दूसरे दावे में कितनी सच्चाई
राहुल गांधी ने दूसरा दावा किया है कि जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी लगातार घटती जा रही है. उन्होंने कहा कि साल 2014 में जहां जीडीपी में विनिर्माण सेक्टर की हिस्सेदारी 15.3 फीसदी थी, वहीं अब यह गिरकर 12.6 फीसदी पहुंच गई है. यह पिछले 60 साल का सबसे कम आंकड़ा है. राहुल गांधी के दावे में आखिर कितनी सच्चाई है. भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) जो कि देश का सबसे बड़ा उद्योग संगठन है, इसकी मानें तो राहुल गांधी का यह दावा पूरी तरह गलत है. सीआईआई ने मार्च, 2025 में बाकायदा आंकड़े जारी करके बताया कि भारतीय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान अब 17 फीसदी पहुंच गया है और इसे 25 फीसदी पहुंचाने की तरफ ले जाने का प्रयास जारी है. सीआईआई ने बताया कि भारत ने 14 लाख करोड़ रुपये के उत्पादन का आंकड़ा पार कर लिया है, जो एक उपलब्धि है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ें