फर्जी लायसेंस और रिवॉल्वर खरीदने वाले 7 लोगों की अहमदाबाद से गिरफ्तारी से हुआ था गैंग का खुलासा।
गुजरात की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने हथियार लाइसेंस बनाने वाली एक बड़ी गैंग को पकड़ा है। यह गैंग उत्तर प्रदेश के एटा जिले से संचालित हो रही थी। एटीएस ने गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि आरोपी ऑल इंडि
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गैंग का कैसे हुआ खुलासा
अहमदाबाद से हाल ही में एक व्यक्ति का फायरिंग करता हुआ एक वीडियो वायरल हुआ था। पुलिस आरोपी तक पहुंची तो पता चला कि उसके पास लायसेंसी रिवॉल्वर थी। जब उसके लायसेंस की जांच की गई तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
इसके बाद पुलिस ने इसी तरह फर्जी लायसेंस और रिवॉल्वर खरीदने वाले 7 लोगों को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। इन्हीं से पूछताछ में पता चला कि ये हथियार और लायसेंस के तार यूपी की एक गैंग से जुड़े थे।
आरोपियों से रिवॉल्वर और फर्जी लायसेंस हासिल करने वाले गुजरात के आरोपियों में कोई जिम कता मालिक है, कोई फैक्ट्री चलाता है तो कोई छोटा-मोटा कारोबार करता है। पता चला है कि इन सभी ने एक ही लाइन से हथियार हासिल किए थे। इसके लिए किसी ने 5 लाख रुपए तो किसी ने 7 लाख रुपए तक की रकम चुकाई थी।
अब समझिए जांच में क्या सामने आया?

एटीएस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने लाइसेंस में अपना फर्जी पता लिखवा रखा है। इसके अलावा इनमें से कोई भी एटा जिले के मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं हुआ था, जबकि हथियार लायसेंस लेने की प्रक्रिया का यह सबसे जरूरी हिस्सा है। इसके साथ ही गन हाउस रजिस्टर पर भी किसी के हस्ताक्षर नहीं मिले हैं।
एटा जिले से गिरफ्तार किए गए 7 आरोपियों के नाम
- मुकेश सिंह हुकम सिंह चौहान
- अभिषेक राजदेव त्रिवेदी
- वेदप्रकाश सिंह रामबाबूसिंह
- राजेंद्रसिंह लक्ष्मणसिंह सांखला
- अजय भूरे सिंह सेंगर
- शोले सिंह राम बाबू सिंह सेंगर
- विजय सिंह भूरेसिंह सेंगर