गोरखपुर के पक्की बाग स्थित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में विद्याभारती की ओर से सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई।
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कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को उनके बच्चे के प्रति कर्तव्यों को याद दिलाया गया। साथ ही बच्चे के चरित्र निर्माण में एक मां के योगदान पर बल दिया गया। सभी महिलाओं
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता शैल पाण्डेय, अध्यक्ष फिजियोथैरेपिस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. कोमल, विशिष्ट अतिथि आर्ट एंड क्राफ्ट ट्रेनर कीर्ति अग्रवाल उपस्थित रहीं। और महिलाओं को नारीशक्ति के लिए जागरूक किया।
स्कूल में आयोजित कार्यक्रम
इस दौरान शैल पाण्डेय ने कहा- एक बच्चे को महान बनाने में उसकी मां का योगदान सर्वोपरि है। जिस प्रकार एक कुम्हार कच्ची मिट्टी को अपने हाथों से ढाल कर एक सुंदर बर्तन में बदल देता है।
उसी तरह से मां का काम भी अच्छे आचरण, व्यवहार, भक्ति से अपनी संतान को एक अच्छा नागरिक बनाने का है।
टाई एंड दाई एक्टिविटी ट्रेनिंग इसके बाद कीर्ति ने माताओं को टाई एंड दाई एक्टिविटी के माध्यम से दुपट्टे को रंगना सिखाया। जिसे सभी माताओं ने बड़े ही उत्साह से सिखा। उन्होंने यह भी बताया कि हम घर बैठे छोटे-छोटे कार्यों से शुरुआत कर स्वावलंबी बन सकते हैं।
बच्चियों ने जीता दिल

वीरांगना के रूप में बच्ची
इसके अलावा इस कार्यक्रम में प्राथमिक की बच्चियों ने वीरांगना झलकारी बाई और सरोजिनी नायडू जैसी आदर्श नारियों का रूप धारण कर मनमोहक झलकियां दिखाई। कार्यक्रम का संचालन स्कूल की टीचर अंकिता सिंह ने किया।
साथ ही सभी महिलाओं को नारी सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों के प्रति अन्य महिलाओं को जागरूक करने के लिए शपथ भी दिलाई गई।

महिलाओं को जागरूक करने के लिए शपथ भी दिलाई गई
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ राजेश सिंह, रुक्मिणी उपाध्याय और मीनाक्षी सिंह के साथ स्कूल के स्टूडेंट्स और टीचर्स मौजूद रहें।

