ग्वालियर में एक 57 साल के शख्स ने पत्नी और बच्चों को कमरे में सोता छोड़कर दूसरी मंजिल की बाथरूम में जाकर खुद को आग लगा ली। आग लगने के बाद चीखने की आवाज और आग की लपटें उठते देख परिजन दौड़कर वहां पहुंचे, लेकिन तब तक अधेड़ जल चुका था और उसकी मौत हो चुकी थी
.
घटना रविवार की है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पड़ताल में पता लगा है कि मृतक मिर्गी और लकवा की बीमारी सहित शरीर मे कई तरह के दर्द से परेशान था। इसी बीमारी के कारण उसने यह कदम उठाया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
57 साल के शख्स ने खुद को आग लगाकर जान दे दी
शहर के जनकगंज थाना क्षेत्र स्थित सात भाई की गोठ, लक्ष्मीगंज निवासी 57 साल के भूपेन्द्र सिंह पुत्र काशीराम सिंह राजपूत ने आग लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक के भाई विक्रम सिंह ने बताया कि बड़े भाई भूपेन्द्र रात को अपने घर की दूसरी मंजिल पर पत्नी और बच्चों के साथ खाना खाकर सो गए थे।
कुछ देर बाद घर में शोर सुनाई दिया तो मैं वहां पहुंचा तो देखा कि बड़े भाई के मकान के बाथरूम से धुआं निकल रहा है। मैं भतीजे सौरभ राजपूत के साथ ऊपर जाकर देखा तो बाथरूम के भीतर भूपेन्द्र सिंह आग से झुलस रहे थे। उन्होंने बाथरूम में जाकर खुद को आग लगा ली थी। किसी तरह आग को बुझाया गया, लेकिन तब तक भूपेन्द्र की मौत हो चुकी थी।
बीमारी से हो चुके थे परेशान
मृतक के परिजन ने बताया कि भूपेन्द्र को लकवा और मिरगी की बीमारी थी। बीमारी के कारण वह काफी परेशान रहते थे। हालांकि उन्हें कई बार समझाया लेकिन उनकी चिंता कम नहीं हुई। यही कारण है कि उन्होंने खुदकुशी कर ली।
जनकगंज थाना प्रभारी अतुल सोलंकी ने बताया
एक व्यक्ति ने आग लगाकर खुदकुशी की है। परिजन ने बताया कि वह बीमारी से परेशान थे। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।