क्या है ‘संदेश’ और क्यों है इतना खास?
संदेश दरअसल एक तरह की छेना (पनीर) से बनी मिठाई है, जिसे हल्का सा पकाकर या बिना पकाए भी तैयार किया जाता है. इसकी खासियत यह है कि इसमें कम चीनी होती है और यह बिल्कुल हल्की होती है. पारंपरिक बंगाली घरों में यह खास मौकों पर या पूजा-पाठ में बनाई जाती है. आजकल बाजार में तरह-तरह के फ्लेवर जैसे केसर, पिस्ता, आम और चॉकलेट संदेश भी मिलते हैं, लेकिन घर पर बना क्लासिक संदेश सबसे बेहतर और हेल्दी होता है.
फुल क्रीम दूध – 1 लीटर
नींबू का रस या सिरका – 2 टेबलस्पून (दूध फाड़ने के लिए)
पिसी हुई चीनी – 4 टेबलस्पून (स्वाद अनुसार कम या ज्यादा)
इलायची पाउडर – ½ टीस्पून
सजाने के लिए पिस्ता या बादाम की कतरन
संदेश बनाने की विधि:
अब इस छेने को एक प्लेट में निकालें और 8–10 मिनट तक अच्छी तरह मसलें जब तक यह स्मूद और नरम न हो जाए. फिर इसमें पिसी हुई चीनी और इलायची पाउडर मिलाएं. अब एक नॉन-स्टिक पैन में इस मिश्रण को धीमी आंच पर 3–4 मिनट के लिए हल्का गर्म करें, ताकि यह थोड़ा सेट हो जाए. ध्यान रहे कि इसे ज़्यादा नहीं पकाना है, वरना मिठाई सख्त हो जाएगी.
अब इस मिश्रण को ठंडा होने दें और फिर हाथों से छोटी-छोटी लोइयां बनाकर उसे मनचाहे आकार में बना लें, जैसे गोल, ओवल या छोटे बर्फी के टुकड़े. ऊपर से पिस्ता या बादाम की कतरन लगाकर सजाएं. घर पर बना बंगाली संदेश न सिर्फ स्वाद में बेमिसाल होता है, बल्कि यह हल्का और हेल्दी भी होता है. खासतौर पर त्योहारों या किसी खास मौके पर अगर आप अपने मेहमानों को कुछ हटके और स्पेशल परोसना चाहते हैं, तो यह मिठाई एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है. बच्चे हों या बड़े, सबको इसका स्वाद जरूर पसंद आएगा. अगली बार जब कुछ मीठा खाने का मन करे, तो बाजार की मिठाई छोड़ खुद से बने इस टेस्टी संदेश को जरूर ट्राय करें.