लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से रोजाना करीब 20 से 30 हजार यात्री यात्रा करते हैं। इनमें लगभग 20 फीसदी यात्री एसी कोच की बुकिंग कर प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी या तृतीय श्रेणी में सफर करते हैं। पहले रेलवे की ओर से इन यात्रियों के लिए एसी वेटिंग रूम जैस
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वेटिंग रूम भी हुआ निजी, अब देना होगा शुल्क
नॉर्दर्न रेलवे द्वारा चारबाग स्टेशन पर मौजूद वेटिंग रूम को अब आईआरसीटीसी को टेंडर प्रक्रिया के जरिए सौंप दिया गया है। इसके बाद से यात्रियों को स्टेशन पर अपनी ट्रेन का इंतजार करने के लिए प्रति यात्री, प्रति घंटे ₹20 का शुल्क चुकाना पड़ रहा है। यह व्यवस्था पहले पूरी तरह निशुल्क थी।
यात्री बोले – सरकार सुविधाएं छीन रही, बस किराया बढ़ा रही
यात्री रोहित कुमार का कहना है, “सरकार सिर्फ टिकट के दाम बढ़ाने में विश्वास रखती है, लेकिन सुविधाएं लगातार घट रही हैं। पहले कुछ ट्रेनों को प्राइवेट किया गया और अब वेटिंग एरिया को भी। आम आदमी की जेब पर हर स्तर पर बोझ डाला जा रहा है।”
निजीकरण से बढ़ी असुविधा
चारबाग स्टेशन पर अब वेटिंग रूम का उपयोग केवल वही यात्री कर सकते हैं जो शुल्क देने में सक्षम हैं। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर फर्श पर बैठने या खड़े रहने को मजबूर होना पड़ता है। रेलवे की इस नीति पर यात्रियों ने सवाल उठाए हैं कि क्या सुविधा केवल पैसों वालों के लिए ही होगी?

