जिले के चौथम प्रखंड की पूर्वी बौरने पंचायत के बौरने स्थान में देव प्रबोधिनी एकादशी पर भगवान श्री हरि विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की गई। यह पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आयोजित हुई।
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इस अवसर पर भगवान विष्णु को नववस्त्र, फूल-मालाएं और भोग अर्पित किए गए। भक्तों ने भव्य आरती कर लोक कल्याण की कामना की।
पूजा-अर्चना में पंडित हरिवंश पाठक, स्थानीय ग्रामीण सुबोध कुमार सिंह और अन्य आचार्य सहित कई लोग उपस्थित रहे।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री हरि विष्णु चार माह के चातुर्मास के दौरान योग निद्रा में रहते हैं। देव प्रबोधिनी एकादशी के दिन वे योग निद्रा से जागते हैं।
भगवान के जागृत होने पर भक्तों ने फल, मिष्ठान और नववस्त्र चढ़ाकर भक्तिभाव से उनकी आरती की। इसी दिन से शुभ लग्न, शुभ मुहूर्त और सभी मांगलिक कार्य पुनः आरंभ होते हैं।

