पंधाना के पूर्व विधायक व टास्क फोर्स दल के सदस्य राम दांगोरे ने ग्रामीणों को काफी देर तक समझाइश दी।
बुरहानपुर में राज्य स्तरीय टास्क फोर्स जिले के जंगल की जांच रिपोर्ट तैयार करेगी। 24 से 26 जुलाई तक यह टास्क फोर्स खंडवा-बुरहानपुर जिले के जंगलों की वास्तविक स्थिति का जायजा लेने आई है। पहले दिन, 24 जुलाई को टास्क फोर्स खंडवा जिले की गुड़ी रेंज में पह
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दरअसल, स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि पहले खंडवा जिले के पट्टों और अतिक्रमण की समस्या पर बात होनी चाहिए। हीरापुर बीट बुरहानपुर जिले की नावरा रेंज में आती है। जबकि राजस्व रिकॉर्ड में यह खंडवा जिले में दर्ज है। इस विरोध के कारण टीम को वापस हीरापुर गांव लौटना पड़ा।
अब कल बुरहानपुर आएगी टीम टास्क फोर्स में खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा के पूर्व विधायक राम दांगोरे, डॉ. शरदचंद लेले, कालू सिंग मुजाल्दे और डॉ. मिलिंद दांडेकर शामिल हैं। अब टीम शनिवार को बुरहानपुर जिले में आएगी। बता दें कि जिले में पहले 8 हजार वनाधिकार दावे निरस्त किए गए थे। अब राज्य स्तरीय टास्क फोर्स इन दावों की हकीकत जानने के लिए क्षेत्र का दौरा कर रही है।
गौरतलब है कि हाल ही में वन विभाग ने आठ हजार वनाधिकार दावे निरस्त किए हैं जिसकी दोबारा जांच की मांग भी लगातार उठ रही है। यहां राज्य स्तरीय टास्क फोर्स अतिक्रमण क्षेत्र का भ्रमण कर रहा है। दस्तावेजों की जांच भी की जाएगी। वन विभाग डीएफओ विद्याभूषण सिंह के अनुसार, वन विभाग की ओर से भी दल के समक्ष अपना पक्ष रखा जाएगा। दावे नियमानुसार ही निरस्त किए गए थे।
हीरापुर से वापस लौटी टास्क फोर्स हीरापुरा बीट में काफी संख्या में कुछ लोग पहुंचे और टास्क फोर्स से कहा कि पहले खंडवा जिले की स्थिति देखो। पूर्व विधायक व टास्क फोर्स सदस्य राम दांगोरे ने उन्हें काफी समझाया, लेकिन लोग नहीं माने। तब टीम वापस हीरापुर गांव में चली गई जो खंडवा जिले में आता है। जबकि हीरापुर बीट बुरहानपुर वन मंडल की नावरा रेंज में आती है।
टास्क फोर्स को निरस्त किए गए पट्टे वाले लोगों से बात करना है और वन विभाग से पक्ष जानना है जबकि गांववालों का कहना है कि अतिक्रमणकारियों की न सुनी जाए। पहले खंडवा का मामला हल हो फिर बुरहानपुर जाएं। इसके कारण टीम अब कल (शनिवार) बुरहानपुर आएगी।