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Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में आप विधायक मेहराज मलिक ने नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार से समर्थन वापस लिया, लेकिन उससे उमर अब्दुल्ला की सरकार पर असर नहीं पड़ेगा क्योंकि नेकां-कांग्रेस गठबंधन के पास बहुमत है.
डोडा से आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- आप विधायक मेहराज मलिक ने नेकां सरकार से समर्थन वापस लिया.
- नेकां-कांग्रेस गठबंधन के पास बहुमत, सरकार पर असर नहीं.
- मलिक ने जम्मू-कश्मीर के हित में समर्थन वापस लिया.
जम्मू. जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र विधायक मेहराज मलिक ने शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) नीत सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा की. मलिक द्वारा समर्थन वापस लेने से सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के पास स्वयं बहुमत है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार में 90 सीटों वाली विधानसभा में नेकां के 42 विधायक और कांग्रेस के छह विधायक हैं. इसके अलावा सरकार को पांच निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है.
पिछले विधानसभा सत्र में अपने जोशीले भाषणों में उन्होंने बार-बार भाजपा और पीडीपी पर राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया था. बीजेपी और दिवंगत पीडीपी संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद सदन की लॉबी में भाजपा विधायकों और पीडीपी कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया था.
जम्मू-कश्मीर से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक इसी साल मार्च में उस वक्त विवादों में फंस गए थे, जब उन्होंने कहा था कि ‘हिंदू तो त्योहार और शादी में शराब पीता है’. हालांकि, मामला बढ़ता देख उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि मेरे बयान से अगर किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं शर्मिंदा हूं.
आम आदमी पार्टी विधायक मेहराज मलिक ने बीते 20 मार्च को मीडिया से बात करते हुए कहा कि शराब तो सभी पीते हैं. कुछ लोग पर्दा करके पीते हैं तो कुछ लोग सरेआम शराब का सेवन करते हैं. मेरे मुंह से ये बात निकल गई और ऐसा नहीं है कि पीने वाले लोग सारे हैं. हालांकि, जिसने इसको आम किया है, वो फिरका एक ही है. भाजपा के जितने भी विधायक हैं, वो सभी हिंदू समाज से आते हैं. अगर मंदिरों के शहर में शराब की बिक्री हो रही है तो बेचने वाला भी एक ही है.
उन्होंने आगे कहा था, “आप खुद ही बता दीजिए कि जम्मू-कश्मीर में मुस्लिम समाज की दुकान कहां हैं? हालांकि, अगर किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची है तो मैं शर्मिंदा हूं. मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं है बल्कि युवाओं और नस्लों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने जो देखा है, वही बात कही है. शादियों में शराब पीना आम बात है और मैं इसे एक त्योहार की तरह देखता हूं. अगर वहां खुलेआम शराब बांटी जाती है तो ये गलत है.”
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें