शनिवार को एक विशेष स्थान पर ऑपरेशन शील्ड का आयोजन किया जाएगा। इसमें मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट का पूर्वाभ्यास होगा।
जयपुर में केंद्र और राज्य सरकार के आदेशों के तहत शनिवार को एक विशेष स्थान पर ऑपरेशन शील्ड का आयोजन किया जाएगा। इसमें मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट का पूर्वाभ्यास होगा।
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जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नागरिकों से ब्लैक आउट में सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों, कार्यालयों और वाहनों की लाइट बंद करें। चिह्नित परिधि क्षेत्र के बाहर सामान्य स्थिति रहेगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (दक्षिण) संतोष मीणा ने बताया कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह अभ्यास होगा। 31 मई को ड्रोन हवाई हमले की स्थिति में राहत और बचाव के लिए मॉक ड्रिल होगी। जहां ड्रिल होगी, वहां सायरन की आवाज तक के क्षेत्र में रात में ब्लैक आउट रहेगा।
नागरिकों को सायरन बजने पर घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें अपने घरों में रहना है। बाहर नहीं निकलना है। लाइट बंद करनी है। भगदड़ नहीं मचानी है। धूम्रपान नहीं करना है। माचिस, मोबाइल, टॉर्च और फ्लैश लाइट का उपयोग वर्जित रहेगा।
यदि किसी घर अथवा प्रतिष्ठान की खिड़की से प्रकाश बाहर निकलता दिखें तो उस स्थान पर काला कागज लगाये, सडक पर चलने वाले वाहनों की लाइट बंद करें और जहां जो हो वहीं वाहन के साथ रुक जाएं, ब्लैक आउट में क्षेत्र के सिविल डिफेन्स के वार्डनों की सहायता करें, दो मिनट तक सायरन बजने पर बचाव कार्य व अन्य गतिविधि में लग जाएं, एयर रेड सायरन बजने पर शांतिपूर्वक सुरक्षित स्थान पर शरण ले, अफवाहों से बचे और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना करें, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और स्थानीय प्रशासन का सहयोग करें, मोबाइल या रेडियो पर सरकारी अलर्ट सुने, सुरक्षित शरण स्थल की जानकारी लें, शरण स्थल तक जल्दी से पहुंचने का रास्ता पहले से तय करें।
समय-समय पर जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेशों/निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें, ट्रैफिक नियमों और आपदा प्रबंधन कर्मियों व पुलिस के निर्देशों का पालन करें। ड्रोन के हवाई हमले का रेड सिग्नल 2 मिनट तक ऊंची-नीची आवाज में सायरन बजाकर दिया जाएगा और खतरा टलने की सूचना 2 मिनट तक सायरन को एक ही आवाज में बजाकर दी जाएगी।