आंधी-बारिश और तूफान के कारण बाधित होने वाली बिजली सप्लाई पर क्विक एक्शन के लिए प्रदेश के 16 जिलों मे एफओसी (फ्यूज ऑन काल) टीम गठित की जाएगी। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा इस टीम के माध्यम से लो टेंशन और हाईटेंशन इंडस्ट्रियल उपभोक्ताओं की से
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मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अनुसार, ऐसे अन्य बड़े शहरों और कस्बों में जो कंपनी द्वारा तय मापदंडों की पूर्ति करते हैं। जिन शहरों और कस्बों में बिलिंग कलेक्शन एफिशिएंसी और लाइन लॉस में कमी की स्थिति हैं, वहां इस तरह की टीमें तैनात कर उपभोक्ताओं को सुविधा देने पर फोकस किया जाएगा।
कम्पनी द्वारा भोपाल के गोविन्दपुरा इंडस्ट्रियल एरिया के अलावा ग्रामीण इलाकों के लिए ऐसी टीम बनाई गई है। भोपाल शहर के गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र के उच्च दाब उपभोक्ताओं के लिए इंडस्ट्रियल एरिया गेट वितरण केंद्र में नॉर्मल एफओसी की सुविधा मिलेगी।
ग्रामीण क्षेत्र के उच्च दाब उपभोक्ताओं के लिए बगरौदा और बिलकिसगंज वितरण केंद्र में मिनी एफओसी टीम काम करेगी। साथ ही नर्मदापुरम सर्कल में पचमढ़ी टाउन और सिवनी मालवा टाउन जोन, राजगढ़ सर्कल में नरसिंहगढ़ शहर, रायसेन सर्कल में बेगमगंज कस्बा, अशोकनगर सर्कल में मुंगावली कस्बा और बैतूल सर्कल में आमला टाउन शामिल है। यहां पर भी एफओसी टीम तीन शिफ्ट में चौबीसों घंटों काम करेगी।
तीन शिफ्ट में काम करेगी एफओसी टीम
- कंपनी के अनुसार, एफओसी टीम 24 घंटे तीन अलग-अलग शिफ्ट में काम करेगी।
- नॉर्मल एफओसी टीम में कंपनी द्वारा दिए गए स्मार्ट फोन सहित दो कुशल और दो अकुशल कर्मचारी पूरे किट और जरूरी उपकरणों से लैस होकर काम करेंगे।
- मिनी एफओसी में एक कुशल और दो अकुशल कर्मचारी काम करेंगे। निम्न दाब घरेलू उपभोक्ताओं के लिए कंपनी के 6 सर्कलों में नई एफओसी टीम गठित की गई है।
- हर शिफ्ट में एक कुशल और एक अकुशल कार्मिक शामिल होंगे। जबकि एक कुशल कर्मचारी रिलीवर के रूप में तैनात रहेगा। इस तरह से कुल 7 लोगों का स्टाफ रहेगा।
- यह एफओसी टीम 24 घंटे, सातों दिन उपभोक्ताओं की बिजली से संबंधित समस्याओं का निराकरण और कम्पनी के राजस्व वसूली, नए कनेक्शन, विद्युत उपकरणों का रख रखाव और संधारण के साथ ही उपभोक्ता शिकायतों को दूर करने के लिए त्वरित काम करेगी।
- कंपनी ने कहा है कि उपभोक्ताओं द्वारा लगातार बिल भुगतान किए जाने से अन्य क्षेत्रों में भी निर्धारित क्राइटेरिया प्राप्त होने की स्थिति में उन क्षेत्रों को भी 24 x 7 समर्पित FOC टीम उपलब्ध कराई जाएगी।
सब स्टेशनों में फोटे टेक्नीक को बढ़ावा
उधर एमपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एमपी ट्रांसको) ने नवाचार करते हुए अपने एक्स्ट्रा हाई सबस्टेशनों में फाइबर ऑप्टिक टर्मिनल उपकरण (फोटे) तकनीक को स्थापित किया है। यह तकनीक चरणबद्ध तरीके से सब स्टेशनों में लागू की जा रही है। इस प्रोजेक्ट को प्रदेश में तीन जोन बनाकर पूरा किया जा रहा है। यह तकनीक अति उच्च-दाब सब स्टेशनों एवं एमपी ट्रांसको से जुडे़ जनरेशन सब स्टेशनों में लागू की गई है।
रियल टाइम मॉनिटरिंग
अधीक्षण अभियंता मनीष खरे ने बताया कि फोटे एक अत्याधुनिक ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक उपकरण है। जिसका उपयोग फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क, उपकरणों और प्रणालियों के आटोमेशन, टेली प्रोटेक्शन और ट्रांसमिशन एलिमेंटस की निगरानी के लिए किया जाता है।
इस तकनीक की मदद से सब स्टेशनों में लगे ट्रांसफार्मर्स और अन्य उपकरणों की निगरानी रियल टाइम में संभव हो सकेगी। भविष्य में इस प्रणाली से प्रोटेक्शन रिले की सेटिंग व फॉल्ट रिपोर्ट भी सेन्ट्रालाइज की जा सकेगी। प्रदेश के ट्रांसमिशन सिस्टम में ओपीजीडब्ल्यू (ऑप्टिकल ग्राउंड वायर) के माध्यम से फाइबर ऑप्टिक ट्रांसमिशन इक्विपमेंट (फोटे) का क्रियान्वयन किया गया है।