झांसी के रक्सा और बबीना में गिरे मकान
झांसी में लगातार हो रही बारिश से अब लोगों के घर गिरने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे में कमजोर हो चुके 10 मकान धराशाई हो गए हैं। जिस समय हादसा हुआ, परिवार के लोग सो रहे थे।। यहां ग्रामीणों को जानकारी हुई तो उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्
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दरअसल, झांसी के रक्सा थाना के गांव कलोथरा में रहने वाले रामस्वरूप का मकान मिट्टी की चिनाई के साथ ईंटों से बना है। रामस्वरूप ने बताया कि रविवार रात उसकी पत्नी, नाती और नातिन को लेकर अपने घर में सो रहा था। सुबह लगभग 4 बचे सभी लोग गहरी नींद में थे। इसी दौरान मकान की दीवारें और छत भरभराकर गिर गई। इससे मलवे में उनका पूरा परिवार दब गया। गनीमत रही कि पड़ोसी घनश्याम यादव को इसकी जानकारी हो गई, इसके बाद सभी ने मिलकर रामस्वरूप और उनके परिवार को मलवे के नीचे से सुरक्षित निकाला। यहां रामस्वरूप ने बताया कि उसके घर में रखा गेहूं और मवेशियों के भूसा समेत पूरी गृहस्थी मकान गिरने से बर्बाद हो गई।
बबीना में 12 मकान गिरे, दो मंजिला घर में फसा युयक
बारिश से कमजोर हो चुकीं मिट्टी की दीवारें हवा के झोंके के साथ जमीदोज हो रही हैं। बबीना थाना क्षेत्र के बैदौरा गांव में बारिश से कमजोर हो चुके 12 मकान भर भराकर गिर गिर गए यहां मकान गिरने से सबसे ज़्यादा नुकसान कमलेश राजपूत और दीने राजपूत को उठाना पड़ा है। कमलेश ने बताया कि वह शनिवार को अपनी ससुराल पिछोर गया था जबकि उसका एक बेटा सुमित घर पर ही रह गया था। लगातार हो रही बारिश के चलते उसका दो मंजिला मकान खिलौने की तरह बिखर गया। इससे घर में सो रहा सुमित मलवे में फस गया। उसने शोर मचाया तो गांव के लोगों ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद उसे मलवे से सुरक्षित निकाला। कमलेश ने बताया कि इस घटना में उसका 20 क्विंटल गेहूं और गृहस्थी का सामान बर्बाद हो चुका है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांगी मदद
लगातार हो रही बारिश के चलते बैदौरा गांव की ही विधवा महिला राम कुमारी का भी मकान गिर गया, जिससे पास में बंधी भैंसे और घर में रखे मूंगफली का बीज इसी में दब गया। गांव के ही शोभाराम का भी मकान गिर गया। इसके अलावा मोहन कुशवाहा, पवन कुशवाहा, किशोरी लाल ,रामेश्वर लोधी और कैलाश का भी मकान इसी गांव में रात के समय गिर गया। सभी ने जिला प्रशासन से राहत और आर्थिक सहायता देने की मांग की है।