सिवनी जिला प्रशासन की ‘गिफ्ट अ डेस्क’ मुहिम को विदेश से सहयोग मिला है। टोरंटो में काम करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंक तिवारी ने 10 डेस्क दान की हैं। अंक भोपाल के रहने वाले हैं। उनकी मां भोपाल में शिक्षिका थीं। कोविड काल में उनका निधन हो गया था।
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कलेक्टर संस्कृति जैन ने यह अभियान जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए शुरू किया है। इसका उद्देश्य बच्चों को बेहतर सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है। मुहिम के तहत प्राथमिक शालाओं के सभी बच्चों को डेस्क-बेंच दी जा रही हैं।
इस पहल में सरकारी-गैर सरकारी संस्थाएं, जनप्रतिनिधि और आम नागरिक योगदान दे रहे हैं। कलेक्टर जैन के अनुसार शिक्षा समाज निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। यह केवल नौकरी का माध्यम नहीं है। शिक्षित किसान उन्नत तकनीकों से बेहतर उत्पादन कर सकता है। शिक्षित मां अपने बच्चों की उचित देखभाल कर सकती है।
मुहिम का मुख्य लक्ष्य बच्चों को सकारात्मक माहौल में पढ़ाई के लिए प्रेरित करना है। साथ ही उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना है। हाल ही में धनौरा के 86 सरकारी विद्यालयों के 1,228 बच्चों को दानदाताओं से डेस्क-बेंच मिली हैं।