डाक विभाग में एक बड़ा तकनीकी बदलाव होने जा रहा है। 22 जुलाई से प्रदेश के 9 हजार से अधिक डाकघरों में आईटी 2.0 एप्लीकेशन की शुरुआत होगी। इसमें ग्वालियर-चंबल संभाग के 312 डाकघर शामिल हैं।
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नई तकनीक के कारण राखी जैसे त्योहारों पर डाक वितरण में तेजी आएगी। यह डाक विभाग का अपना सॉफ्टवेयर होगा। इससे पहले सेप वर्जन पर काम होता था। नए सिस्टम की शुरुआत से पहले 21 जुलाई को डाकघरों में कोई सार्वजनिक लेन-देन नहीं होगा।
ग्वालियर डाक विभाग के प्रवर अधीक्षक एके सिंह के अनुसार
नई तकनीक से सर्वर संबंधी समस्याएं दूर होंगी। रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट के लिए ग्राहकों को ओटीपी मिलेगा। डिलीवरी की गुणवत्ता बढ़ेगी। यह सिस्टम कर्मचारी अनुकूल भी होगा। कर्नाटक में यह तकनीक पहले से लागू है। एक वर्ष में बचत योजनाओं में 1.40 करोड़ से अधिक खाते खुले हैं। पिछले साल यह संख्या 1.36 करोड़ थी। निजी कूरियर कंपनियों के आने के बाद भी लोग डाकघर की सेवाओं पर भरोसा करते हैं।

5 अगस्त को लॉन्च होगा सॉफ्टवेयर ग्वालियर के महाराज बाड़ा डाकघर के पोस्टमास्टर एमएस लोधी ने बताया कि 5 अगस्त को एक नया सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन लॉन्च होने जा रहा है, वर्तमान में हमारे पास जो सिस्टम था उसमें डाक को डिलीवर करने से पहले ग्राहक के हस्ताक्षर अनिवार्य थे। लेकिन, जो नया सॉफ्टवेयर लॉन्च हो रहा है उसमें यह सुविधा रहेगी कि ओटीपी के द्वारा भी डाक डिलीवर किया जा सकेगा।
काउंटरों पर स्पीड तेज हो सकती है। थर्मल प्रिंटर से प्रिंटिंग होगी। रक्षाबंधन पर जो डाक लेट पहुंचती थी लेकिन अब नए सॉफ्टवेयर के वजह से उनकी डाक समय पर पहुंचेगी।

