दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय अब डिजिटल युग की पढ़ाई और प्रशिक्षण को और मजबूत करने जा रहा है। विश्वविद्यालय में जल्द ही इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन की स्थापना की जाएगी, जहाँ आधुनिक पत्रकारिता, डिजिटल मीडिया और नई तकनीक पर आधारित कई नए कोर
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इससे पहले पत्रकारिता विभाग के छात्रों ने 14 और 15 नवंबर को विभाग के नीचे लैब की मांग को लेकर बैठ गए। 15 तारीख को कुलपति ने 15 छात्रों को बुलाकर बैठक की ओर कहा कि 17 नवंबर को 15 छात्र, विभाग के एचओडी और सभी शिक्षक के साथ बैठकर छात्र हित में फैसला लिया जाएगा। तभी से विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों के लिए सबसे पहले आशा ऍफ़एम् के साथ एमओयू साइन की और आज मीडिया छात्रों के लिए इन्स्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन और डिजिटल मीडिया लैब बनाने की घोषणा की।
70 लाख रुपये की लागत से बनेगी अत्याधुनिक डिजिटल मीडिया लैब
इस नए संस्थान में एक आधुनिक डिजिटल मीडिया लैब भी बनाई जाएगी। इसके लिए रुसा और मेरु योजनाओं के तहत 70 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है। इस लैब में ऐसी सभी सुविधाएँ होंगी, जिनकी मदद से छात्र वीडियो, पॉडकास्ट, ऑनलाइन कोर्स और डिजिटल कंटेंट आसानी से बना सकेंगे।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि यह पहल विश्वविद्यालय को डिजिटल शिक्षा और रिसर्च के क्षेत्र में नई मजबूती देगी। इसके माध्यम से छात्रों को रोजगार से जुड़ी मीडिया और टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग मिलेगी।
AI और VR जैसी आधुनिक तकनीकों का भी उपयोग
नई लैब में वर्चुअल रियलिटी (AR/VR) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी उन्नत तकनीकों के ज़रिए पढ़ाई और कंटेंट निर्माण की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इससे छात्र न केवल नए तरीके से सीख सकेंगे, बल्कि आधुनिक मीडिया उद्योग की जरूरतों के अनुसार खुद को तैयार भी कर पाएंगे।
इसके साथ ही विश्वविद्यालय अपने कार्यक्रमों, गतिविधियों और खबरों को सोशल मीडिया व लाइव-स्ट्रीमिंग के जरिए व्यापक दर्शकों तक पहुंचा सकेगा।
लैब की खास सुविधाएँ
-रिकॉर्डिंग स्टूडियो – लेक्चर, इंटरव्यू और वेबिनार रिकॉर्ड करने की सुविधा
-ग्रीन स्क्रीन सेटअप – वर्चुअल बैकग्राउंड के साथ पेशेवर वीडियो शूट
-वॉयस रिकॉर्डिंग बूथ – उच्च गुणवत्ता वाले वॉयसओवर और नरेशन
-एडिटिंग रूम – वीडियो, ऑडियो और ग्राफिक्स को प्रोफेशनल तरीके से एडिट करने की सुविधा
-ऑनलाइन शिक्षण केंद्र – MOOC और SWAYAM जैसे ऑनलाइन कोर्स बनाने और LMS सिस्टम से जोड़ने की व्यवस्था
कुलपति प्रो. टंडन ने कहा- यह मीडिया लैब हमारे छात्रों को इंडस्ट्री के हिसाब से तैयार करेगी। उन्हें आधुनिक मीडिया टूल्स पर काम करने का अवसर मिलेगा। इससे शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी और विश्वविद्यालय को NAAC और NIRF रैंकिंग में भी लाभ मिलेगा।”

