डॉक्टर्स डे पर आईएमए अध्यक्ष डॉ. दुष्यंत शर्मा मीडिया से बात करते हुए।
आज विश्व डॉक्टर्स डे पर भीलवाड़ा में को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) अध्यक्ष डॉ. दुष्यंत शर्मा का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने कहा- आजकल पेशेंट की मौत के बाद जिस तरह हंगामा कर मुआवजा मांगा जाता है, यह गलत हो रहा है। कुछ संगठनों ने मौताने की रस्म शुरू कर दी
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वर्ल्ड डॉक्टर्स डे पर भीलवाड़ा में IMA की ओर से साइकिल रैली पौधारोपण किया गया। इस दौरान आईएमए सभागार में जुटे डॉक्टरों को संबोधन करते हुए IMA अध्यक्ष डॉ. दुष्यंत शर्मा ने इलाज के दौरान पेशेंट की मौत के बाद होने वाले हंगामे को लेकर अपनी पीड़ा रखी।
डॉक्टर्स डे पर भीलवाड़ा शहर में मंगलवार सुबह साइकिल चलाकर डॉक्टरों से बेहतर सेहत का संदेश दिया।
IMA अध्यक्ष के बयान की 4 बड़ी बातें…
- मौताने की परंपरा, डॉक्टर पर विश्वास खत्म- IMA अध्यक्ष डॉ. दुष्यंत शर्मा ने कहा- भीलवाड़ा में डॉक्टर विश्व स्तरीय सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन कुछ संगठन और कुछ लोगों ने यहां मौताने की परंपरा चालू कर दी है। इससे डॉक्टर पर से लोगों का विश्वास खत्म हो रहा है। ऐसे में जिस पेशेंट का इलाज भीलवाड़ा में हो सकता है, उसे भी डर के कारण डॉक्टर रेफर कर रहे हैं।
- राजनीतिक-सामाजिक संगठन एक्शन लें- इस पर जल्द ही प्रशासन राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की ओर से कोई एक्शन लिया जाना चाहिए। कोई आवाज नहीं उठाई या कोई समाधान नहीं निकला तो मजबूरी में हमें मरीजों को अहमदाबाद या कहीं और रेफर करना होगा। जो काम कम रुपए में हो सकता है उसके लिए लोगों पर महंगे इलाज का भार पड़ेगा।
- डॉक्टर किसी को अमर नहीं कर सकता- कोई भी डॉक्टर किसी भी पेशेंट को नहीं मारना चाहता। फिर भी लोगों में भ्रांति है। डॉक्टर को भी मरना है। हम किसी को अमर नहीं कर सकते। 80 साल का बुजुर्ग एक्सपायर होता है और लोग हॉस्पिटल के बाहर इकट्ठा हो जाते हैं। धरना प्रदर्शन करते हैं। अस्पताल में तोड़फोड़ करते हैं। डॉक्टर्स के साथ मारपीट करते हैं। पैसे की डिमांड करते हैं। इस प्रथा को खत्म करने में हमारा साथ दें। मौताना नहीं हो, अस्पताल में मारपीट-तोड़फोड़ और हंगामा बंद हो। प्रशासन, पुलिस और नेता मिलकर इस रिवाज को खत्म करें।
- शव सम्मान अधिनियम लागू हो- जो लोग हंगामा करते हैं उनके खिलाफ हम पुलिस प्रशासन और एसपी से मिलेंगे। कहेंगे कि अस्पताल में कोई डेथ हो तो उसको तुरंत शव सम्मान अधिनियम के तहत मॉर्च्युरी में शिफ्ट करवाया जाए और पोस्टमॉर्टम के बाद अगर डॉक्टर दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इससे पहले किसी भी व्यक्ति या संस्था को यह कहने का अधिकार नहीं है कि पेशेंट को डॉक्टर ने मार दिया। डॉक्टर जिंदगी बचाने का काम करता है, मारने का नहीं। डॉक्टर इज नॉट ए कसाई (डॉक्टर कसाई नहीं है)।

डॉक्टर्स डे पर भीलवाड़ा एमआईए परिसर में डॉक्टरों ने पौधारोपण किया।
साइकिल रैली निकाली, पौधारोपण किया
वर्ल्ड डॉक्टर डे के मौके पर भीलवाड़ा में आईएमए के नेतृत्व में ग्रीन भीलवाड़ा क्लीन भीलवाड़ा अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत मंगलवार सुबह साइकिल रैली निकाली गई। रैली में बड़ी संख्या में डॉक्टर्स ने भाग लिया और ग्रीन भीलवाड़ा क्लीन भीलवाड़ा का संदेश दिया। रैली का समापन आईएमए परिसर स्थित आईएमए हॉल में किया गया।
आईएमए में परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन का संदेश दिया गया। शाम को डॉक्टर्स मीट और सांस्कृतिक संध्या होगी।