ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ने प्रदर्शन किया।
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (AIDSO) ने दरभंगा प्रमंडल आयुक्त कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना आयोजित किया। धरना के बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त से मुलाकात कर 14 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा।
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धरना में मौजूद वक्ताओं ने दरभंगा प्रमंडल के शैक्षणिक संस्थानों की बदहाल स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और उसके अधीन कॉलेजों में शिक्षकों और कर्मचारियों की भारी कमी है। पठन-पाठन की स्थिति ठप है। परीक्षा-परिणाम में अराजकता और प्रमाण पत्र निर्गमन में भ्रष्टाचार व्याप्त है।
वक्ताओं ने बताया कि छात्रों को किसी भी शैक्षणिक कार्य के लिए कोई निश्चित प्रक्रिया या समय सीमा नहीं दी जाती। इससे वे बिचौलियों के शोषण का शिकार बनते हैं। स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर फीस में भारी वृद्धि हुई है। पहले जहां ₹8000-9000 में पढ़ाई पूरी होती थी, वह अब ₹30,000-₹35,000 तक पहुंच गई है।
इस वृद्धि से आर्थिक रूप से कमजोर छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। स्कूली स्तर पर भी संसाधनों का घोर अभाव है। छात्रावास बंद पड़े हैं। प्रयोगशालाएं और पुस्तकालय निष्क्रिय हैं। छात्रवृत्तियां समय पर नहीं मिलतीं और छात्रों की सुरक्षा भी खतरे में है।
धरना में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अविलंब रद्द करने की मांग भी उठाई गई। वक्ताओं ने कहा कि यह नीति शिक्षा के निजीकरण, व्यापारीकरण, केंद्रीकरण और सांप्रदायिकरण को बढ़ावा देती है। सेमेस्टर प्रणाली, CBCS और 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम को शिक्षा के मूल उद्देश्य ज्ञानार्जन के विपरीत बताते हुए वापस लेने की मांग की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता AIDSO के दरभंगा जिला संयोजक दीपक कुमार शर्मा ने की। इस अवसर पर संगठन के बिहार राज्य अध्यक्ष विजय कुमार, राज्य सचिव पवन कुमार, राज्य उपाध्यक्ष शिव कुमार, दरभंगा जिला सदस्य श्रीराम सहनी और रूपेश कुमार ने भी अपने विचार रखे।