Monday, December 1, 2025
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दिल्ली ब्लास्ट आत्मघाती हमला था, NIA जांच में खुलासा: कार देने वाला आतंकी आमिर गिरफ्तार; इसने डॉ. उमर के साथ धमाके की साजिश रची थी


नई दिल्ली15 मिनट पहले

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दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुंडई i20 कार में धमाके से 13 लोगों की मौत हो गई थी। करीब 20 घायल हैं।

दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को कार में हुआ धमाका हड़बड़ी में नहीं, बल्कि एक फिदायीन हमला था। इसे फरीदाबाद की अल फलाह यूनिविर्सटी के मेडिकल विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उमर नबी ने अंजाम दिया था। डॉ. नबी ही सुसाइड बॉम्बर था।

यह जानकारी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने रविवार को दी। एजेंसी ने ब्लास्ट केस में पहली गिरफ्तारी करते हुए डॉ. नबी को धमाके के लिए कार देने वाले आतंकी आमिर राशिद अली को दिल्ली से दबोच लिया है। धमाके के बाद से NIA आमिर की तलाश कर रही थी।

NIA के मुताबिक, कश्मीर के पंपोर के संबूरा के रहने वाले आमिर और डॉ. नबी ने ही धमाके की साजिश रची थी। दोनों कट्‌टरपंथी विचारधारा के हैं। उन्होंने कार को IED विस्फोटक के रूप में तैयार किया था। धमाके में नबी मर चुका है। मामले में अब तक 73 लोगों से पूछताछ हो चुकी है।

जम्मू-कश्मीर की काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने शनिवार रात रोहतक निवासी डॉ. प्रियंका शर्मा को अनंतनाग से हिरासत में लिया। हालांकि उन्हें रविवार दोपहर में छोड़ दिया गया। टीम ने उनका फोन जांच के लिए ले लिया है।

बताया गया है कि यूपी के सहारनपुर से जिस आतंकी डॉ. आदिल अहमद को गिरफ्तार किया गया, वह अनंतनाग में डॉ. प्रियंका का सीनियर था। प्रियंका अनंतनाग के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से जनरल मेडिसिन में एमडी कर रही हैं।

मैप से समझिए धमाके की लोकेशन

दिल्ली धमाके से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…

लाइव अपडेट्स

15 मिनट पहले

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नौगाम थाने में सैंपल लेते वक्त तेज रोशनी की गर्मी से फटे थे विस्फोटक

श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में रखे 360 किलो विस्फोटक में शुक्रवार देर रात हुए धमाके की वजह सामने आ गई है। जांच में पता चला है कि जब फॉरेंसिक टीम विस्फोटकों के बैग्स से सैंपल ले रही थी, उस वक्त हैलोजन से तेज रोशनी की गई। उस वक्त फॉरेंसिक टीम के पास एसिटोफिनोन, हाइड्रोजन पैरॉक्साइड, सल्फ्यूरिक एसिड जैसे रसायन थे। रोशनी की गर्मी से इन केमिकल्स में रिएक्शन हुआ। इससे रासायनिक धुआं उठा और विस्फोट हो गया।

27 मिनट पहले

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हिरासत में लिए गए जसीर फिदायीन बनने से कर चुका था इनकार

जम्मू-कश्मीर पुलिस की जांच में पता चला कि जैश समर्थित आतंकी डॉक्टरों का यह मॉड्यूल एक साल से फिदायीन हमलावर तैयार करने की कोशिश कर रहा था। काजीकुंड से पकड़े जसीर उर्फ दानिश ने बताया कि वह अक्टूबर 2023 में इन डॉक्टरों से मिला था।

जसीर ने हताया कि डॉ. नबी ने उसे फिदायीन बनाने के लिए ब्रेनवॉश किया। अल फलाह यूनिवर्सिटी ले गया। अप्रैल 2025 में जसीर ​​​​​​​ने इस्लाम में आत्महत्या को हराम बताते हुए फिदायीन बनने से इनकार कर दिया था। सुसाइड बॉम्बर नहीं मिलने पर डॉ. उमर खुद आत्मघाती हमलावर बना और हमले को अंजाम दिया।

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