Monday, December 1, 2025
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दिल्ली ब्लास्ट का नया CCTV फुटेज: अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन हिला, अफरा-तफरी मची; हरियाणा के नूंह से खरीदा था विस्फोटक


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नई दिल्ली2 मिनट पहले

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दिल्ली ब्लास्ट का एक और नया CCTV फुटेज सामने आया है। यह वीडियो अंडरग्राउंड लाल किला मेट्रो स्टेशन का है। इसमें दिख रहा है कि शाम करीब 6 बजकर 51 मिनट पर अचानक तेज धमाका होता है। इससे जमीन से करीब 40 फीट नीचे पूरा स्टेशन हिल जाता है।

जोरदार धमाके से खाने की दुकान का काउंटर और उसके सामने खड़े लोग तक हिलते नजर आ रहे हैं। स्टेशन पर मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगते हैं। इससे अफरा-तफरी मच जाती है।

इधर, दिल्ली ब्लास्ट का कनेक्शन अब हरियाणा के नूंह (मेवात) जिले के पिनगवां क्षेत्र से जुड़ गया है। विस्फोट से जुड़े केस की जांच कर रही दिल्ली की जांच एजेंसी ने खाद विक्रेता दिनेश सिंगला उर्फ डब्बू को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

आरोप है कि डब्बू ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुजम्मिल शकील को बिना रिकॉर्ड अमोनियम नाइट्रेट उपलब्ध करवाया। जबकि उसके पास अमोनियम नाइट्रेट रखने का लाइसेंस नहीं था। बताया गया कि यही अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट तैयार करने में इस्तेमाल हुआ।

CCTV फुटेज की 2 तस्वीरें…

CCTV फुटेज में मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन हिलता दिख रहा है।

CCTV फुटेज में मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन हिलता दिख रहा है।

धमाका इतना जोरदार था कि स्टेशन पर मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच जाती है।

धमाका इतना जोरदार था कि स्टेशन पर मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच जाती है।

दिल्ली ब्लास्ट में भास्कर की 2 इन्वेस्टिगेशन

  1. तीसरी तक पढ़े मौलवी ने डॉक्टरों को आतंक पढ़ाया: कश्मीर के जिस मौलाना मोहम्मद इरफान की वजह से आतंकियों के वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का खुलासा हुआ, वो तीसरी कक्षा तक ही पढ़ा था। लेकिन, वो डॉक्टरों को आतंक का पाठ पढ़ा चुका था। इरफान शोपियां का रहने वाला है। नौगाम में मदरसे में पढ़ाने जाता था। 17 अक्टूबर को उसने ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का धमकी भरा पोस्टर लिखा। फिर उसे प्रिंटिंग कराने ले गया। पोस्टर में सेना के खिलाफ धमकी भरी बातें लिखी थीं। जवानों ने पोस्टर देखा और आसपास पता लगाया तो मौलवी का सुराग मिला। अगले ही दिन जवान शोपियां पहुंच गए और उसे दबोच लिया। जांच सूत्रों ने भास्कर को बताया कि नौगाम में इरफान जिस मस्जिद में रहता था, उस कमरे को खोला गया। वहां कुछ और पोस्टर मिले। इसके बाद पहला केस दर्ज हुआ। कुछ दिन मामला शांत रहा, लेकिन 27 अक्टूबर को नौगाम में और पोस्टर लगे मिले। ये प्रिंटेड थे। सीसीटीवी फुटेज से इन्हें लगाने वाली की पहचान कुलगाम के वांपोरा निवासी डॉ. अदील मोहम्मद के रूप में हुई।
  2. जहां से चार आतंकी निकले, वहां 40% डॉक्टर कश्मीरी: फरीदाबाद के धौज गांव में बनी जिस अलफलाह यूनिवर्सिटी से चार आतंकी डॉक्टर निकले, वहां 40% डॉक्टर कश्मीरी हैं। नाम न छापने की शर्त पर मेडिकल कॉलेज में तैनात एक महिला डॉक्टर ने भास्कर को बताया कि 2021 में लेडी आतंकी डॉ. शाहीन बतौर प्रोफेसर जुड़ी। उसे प्रबंधन ने कॉलेज की 6 सदस्यीय फार्माको विजिलेंस कमेटी में अहम पद दिया। उसने ही 2022 में पुलवामा के आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल गनी, डॉ. उमर नबी, डॉ. सज्जाद अहमद को नौकरी दिलाई। सज्जाद को कॉलेज कमेटी का सदस्य बनवाया। शाहीन और सज्जाद का यूनिवर्सिटी में काफी प्रभाव था।

दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े 4 अपडेट्स…

  • जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के कोइल गांव में आतंकी उमर नबी का घर गिरा दिया गया।
  • अल-फलाह यूनिवर्सिटी से दो डॉक्टर, दो स्टाफ सहित 5 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है।
  • जांच एजेंसियों ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से 2019 से अब तक के रिकॉर्ड मांगे हैं। फंडिंग की जांच होगी।
  • आतंकियों ने नूंह में दुकानों से 20 लाख रुपए में बम बनाने के लिए फर्टिलाइजर और अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था।

मैप से समझिए धमाके की लोकेशन

दिल्ली धमाके से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…

लाइव अपडेट्स

2 मिनट पहले

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देश छोड़ने की तैयारी में थी लेडी आतंकी शाहीन

दिल्ली ब्लास्ट से तार जुड़ने के बाद पकड़ी गई फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की डॉ. शाहीन सईद देश में धमाकों को अंजाम देकर देश छोड़कर भागने की तैयारी कर रही थी। उसने दिल्ली ब्लास्ट से 7 दिन पहले पासपोर्ट वेरिफिकेशन कराई थी।

जांच में खुलासा हुआ है कि शाहीन को “मैडम सर्जन” कोडनेम दिया गया था। इस ऑपरेशन में जुड़े सभी साथी और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े आतंकी शाहीन को इसी नाम से बुलाते थे। डॉ. मुजम्मिल शकील की डायरी से ‘ऑपरेशन हमदर्द’ का खुलासा हुआ। पूरी खबर पढ़ें…

4 मिनट पहले

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अल-फलाह यूनिवर्सिटी मस्जिद के इमाम की बीवी बोली- दोस्त का सामान रखने की कह मुजम्मिल ने कमरा लिया

दिल्ली बम ब्लास्ट के बाद हिरासत में लिए गए फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की मस्जिद के इमाम मोहम्मद इश्तियाक की पत्नी हसीना पहली बार कैमरे के सामने आई। हसीना ने कहा- “डॉ. मुजम्मिल ने पहले उसके पति से मस्जिद में पहचान बनाई और फिर उनसे दूध खरीदना शुरू कर दिया।

उन्होंने बताया, “डॉ. मुजम्मिल ने अपने दोस्त का सामान रखने की बात कहकर उनके फतेहपुरा तगा वाले घर में कमरा किराए पर लिया था। मुजम्मिल ने 1500 रुपए महीने के हिसाब से एक कमरा किराए पर सामान रखने के लिए लिया था। डॉ. मोहम्मद उमर नबी भी रोज मस्जिद में आता था।” पूरी खबर पढ़ें…

14 मिनट पहले

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नूंह में एक पूर्व मंत्री, एक विधायक का कनेक्शन खंगाल रही सुरक्षा एजेंसियां

आतंकियों के साथ संबंधों के मामले में राजनीतिक गठजोड़ का एंगल सामने आया है। हरियाणा के नूंह जिले के दो कद्दावर नेता शक के दायरे में हैं। फरीदाबाद से गिरफ्तार डाॅक्टर के साथ पूर्व मंत्री के संबंधों की छानबीन की जा रही है। अल फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार डाॅ. मुजम्मिल के उक्त नेता से अच्छे संबंध हैं। बीमारी के दौरान नेता का इलाज आरोपित मुजम्मिल ने ही किया था। इस दौरान बने संबंध और मेल मुलाकात का सिलसिला अभी तक चल रहा था। जांच एजेंसियां इन संबंधों की ही पड़ताल कर रही हैं। इस मामले में ईडी की भी एंट्री हो सकती है। अल फलाह यूनिवर्सिटी की स्थापना को लेकर नूंह के एक विधायक की भूमिका की जांच हो रही है।

17 मिनट पहले

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आतंक के आका डॉक्टर की दुबई तक तलाश जारी

दिल्ली धमाके में शामिल ‘वाइट कॉलर मॉड्यूल’ करीब 5 साल पुराना है। इसका हर सदस्य अपने मोर्चे का सरगना था, पर असली आका डॉ. मुजफ्फर अली राथर अभी फरार है। उसके यूएई में होने का शक है। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि मॉड्यूल में शामिल डॉक्टर करीब तीन वर्षों से विस्फोटक जुटा रहे थे। हर महीने नया चैट ग्रुप बनाते थे। ये बांग्लादेश, अफगानिस्तान, दुबई और सऊदी अरब में मिलते थे। वहां पाकिस्तानी हैंडलर्स भी इनके संपर्क में थे। दूसरी ओर, कश्मीर में 5 दिन से जांच का केंद्र नौगाम थाना है। यहां मिले विस्फोटक, हथियार व डिजिटल डिवाइस से साफ है साजिश बड़ी थी। एक अधिकारी ने बताया- धमाका मॉल या बिल्डिंग की पार्किंग में होता तो कई गुना ज्यादा घातक होता। एक अन्य अफसर ने बताया, मुफ्ती मौलाना इरफान मॉड्यूल का पहला और सबसे बड़ा किरदार है। उसके जरिए एक खास डिजिटल चैनल से डॉक्टरों और छात्रों को ब्रेनवॉश की सामग्री भेजी जाती थी।

27 मिनट पहले

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पुलवामा सांसद बोले- आतंकी का घर गिराकर परिवार को बेघर करना क्रूरता

श्रीनगर के सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी ने आतंकी डॉ. उमर नबी के घर को IED ब्लास्ट से उड़ाने की घटना को लेकर कहा कि किसी घर को गिराना कभी भी सजा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि बिना किसी सबूत, कोर्ट के आदेश के कश्मीरी सर्दी में एक पूरे परिवार को बेघर करना क्रूरता है।

उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाई से आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को न्याय नहीं मिलेगा। बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है, जबरन पूछताछ और अवैध तोड़फोड़ से शांति नहीं आएगी, बल्कि ये कश्मीर को दशकों पीछे धकेल देंगे।

27 मिनट पहले

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जम्मू-कश्मीर: आतंकी उमर का घर उड़ाया गया, 3 तस्वीरें

दिल्ली ब्लास्ट केस के मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी के पुलवामा वाले घर को सुरक्षाबलों ने IED ब्लास्ट से उड़ा दिया है। DNA सैंपल से उमर के शव की पहचान हुई थी। उसने ही विस्फोटक से लदी कार ब्लास्ट की थी।

28 मिनट पहले

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दिल्ली ब्लास्ट में 3 खुलासे…

  1. पहला: जनवरी में लाल किले की रेकी की थी- दिल्ली को दहलाने की साजिश जनवरी से रची जा रही थी। गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल डंप डेटा से पता चला कि फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुजम्मिल गनी और धमाके में कथित रूप से मारे गए डॉ. उमर नबी ने जनवरी में कई बार लाल किले की रेकी की थी। दोनों ने वहां की सुरक्षा-और भीड़ का पैटर्न समझा था। पुलिस को शक है कि आतंकियों की प्लानिंग 26 जनवरी पर लाल किले पर हमले की थी, जो तब नाकाम हो गई।
  2. दूसरा: दिल्ली में 6 दिसंबर को हमले का प्लान था – नबी दिल्ली में 6 दिसंबर को हमला करना चाहता था, लेकिन मुजम्मिल की गिरफ्तारी से प्लान बिगड़ गया। यह बात 8 आरोपियों से पूछताछ में सामने आई हैं। इस अंतरराज्यीय मॉड्यूल का केंद्र फरीदाबाद में था। गिरफ्तार आतंकियों में 6 डॉक्टर हैं। श्रीनगर का रहने वाला एक अन्य संदिग्ध डॉ. निसार फरार है। वह डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर का अध्यक्ष भी है। अलफलाह में पढ़ा रहा था। जम्मू-कश्मीर सरकार ने डॉ. निसार को बर्खास्त कर दिया है।
  3. तीसरा: खाद की बोरी बता विस्फोटक जुटा रहा था गनी- फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम कर रहा कश्मीरी डॉ. मुजम्मिल गनी खाद की बोरियां बताकर किराए के कमरे में विस्फोटक सामग्री जमा कर रहा था। 20 दिन पहले मुजम्मिल कमरे में कुछ बोरियां रखने आया था, तब पड़ोसियों ने उससे पूछा था कि इसमें क्या है? जवाब में मुजम्मिल ने कहा था कि ये खाद के कट्टे हैं। इन्हें कश्मीर ले जाना है। इस कमरे से 100 मीटर दूर एक मकान में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस ने फुटेज जब्त कर लिए हैं।

28 मिनट पहले

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दिल्ली कार ब्लास्ट का सबसे नजदीकी CCTV फुटेज

28 मिनट पहले

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पीएम मोदी ने घायलों से मुलाकात की थी

29 मिनट पहले

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आरोपी डॉक्टर ने 26 जनवरी को लाल किले में हमले का प्लान बनाया था

आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल के मोबाइल डेटा से पता चला है कि, मुजम्मिल ने इस साल जनवरी में लाल किला इलाके की रेकी की थी। न्यूज एजेंसी PTI ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि ये रेकी 26 जनवरी को लाल किले को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी। लेकिन उस समय इलाके में छानबीन के दौरान उनकी प्लानिंग फेल हो गई थी।

29 मिनट पहले

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धमाके की टाइमलाइन…

दिल्ली धमाके से जुड़े पल-पल के अपडेट जानने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…

29 मिनट पहले

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ब्लास्ट वाली जगह से जांच टीम ने 42 सबूत इकट्ठा किए

मंगलवार शाम तक ब्लास्ट वाली जगह से फोरेंसिक टीम ने 42 सबूत जुटाए गए हैं। इनमें उस i20 कार (जिसमें ब्लास्ट हुआ) उसके पार्ट्स, टायर, चेसिस, सीएनजी सिलेंडर, बोनट के पार्ट्स समेत दूसरे हिस्से शामिल हैं। बुधवार से इन सबूतों की जांच शुरू होगी।

29 मिनट पहले

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ब्लास्ट के बाद का एक और CCTV फुटेज वायरल

30 मिनट पहले

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दिल्ली ब्लास्ट की जांच 3 एंगल पर कर रही पुलिस

ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस की जांच के 3 एंगल

पहला: जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि संदिग्ध डॉ. उमर, दोपहर 3:19 बजे से शाम 6:22 बजे के बीच क्या कर रहा था, खासकर क्या वह गाड़ी के पास रुका था, किसी से मिला था, या हुंडई i20 के संबंध में इलाके की टोह ली थी। क्या विस्फोट से पहले वह व्यस्त समय में आस-पास की सड़कों पर भीड़ जमा होने का इंतजार कर रहा था।

दूसरा: फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों के इर्द-गिर्द घूमता है, जिनके नाम जांच के दौरान सामने आए हैं। पुलिस इस संदिग्ध नेटवर्क से जुड़े सक्रिय और निष्क्रिय सदस्यों की संख्या की जांच कर रही है, जिसके स्लीपर सेल से जुड़े होने का अनुमान है। यह भी पता लगाने की कोशिश जारी है कि क्या उमर, मुजम्मिल या आदिल ने दिल्ली में रेकी की थी या इसके लिए किसी और पर निर्भर थे।

तीसरा: विस्फोट की प्रकृति से जुड़ा है। दिल्ली में हुए पिछले विस्फोटों के उलट पुलिस को लाल किले के पास हादसे वाली जगह से कील, ब्लेड, छर्रे जैसा कोई टुकड़ा नहीं मिला है। पुलिस इस बात से हैरान है कि विस्फोट से इतना बड़ा नुकसान कैसे हुआ, आस-पास के वाहन चकनाचूर हो गए, जबकि इतने बड़े ब्लास्ट के बाद कोई गड्ढा या निशान नहीं बचा।

30 मिनट पहले

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दिल्ली पुलिस ने UAPA के तहत केस दर्ज किया

लाल किला मेट्रो ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस ने UAPA (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून) की धारा 16 और 18, विस्फोटक अधिनियम और BNS की धाराओं के तहत कोतवाली थाने में केस दर्ज किया है।

30 मिनट पहले

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आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के बारे में जानिए

30 मिनट पहले

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उरी से पहलगाम तक 6 बड़े आतंकी हमले के बारे में जानिए

30 मिनट पहले

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कार ब्लास्ट के बाद आसपास खड़ी गाड़ियों में भी आग लग गई थी

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