सरबत दा भला ट्रस्ट ने शव परिजनों को सौंपा।
पंजाब के युवक का शव आज 14 दिन बाद दुबई से आया है। पार्थिव शरीर श्री गुरु रामदास अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे अमृतसर पर पहुंचा। मृतक की पहचान गुरदासपुर जिले के बटाला के गिल मंझ गांव निवासी रणजीत सिंह (40) के तौर हुई है। कारणजीत सिंह पिछले 4 सालों से दुबई
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सरबत दा भला ट्रस्ट के नेता नवजीत सिंह ने बताया कि 4 जुलाई को काम करते समय हार्ट अटैक से रणजीत की मौत हो गई थी। ट्रस्ट के पंजाब अध्यक्ष सुखजिंदर सिंह हीर के नेतृत्व में पार्थिव शरीर को हवाई अड्डे से प्राप्त किया गया। शव को लाने का खर्च उनकी कंपनी ने दिया।
रणजीत सिंह की फाइल फोटो।
ट्रस्ट ने परिवार की आर्थिक स्थिति का जायजा लेने के बाद रणजीत की पत्नी को मासिक पेंशन देने का निर्णय लिया है। उसके गांव से सरपंच सहित अन्य सदस्य उसका शव लेने के लिए नम आंखों से एयरपोर्ट पहुंचे। डॉ. ओबराय के संरक्षण में अब तक 418 प्रवासी भारतीयों के पार्थिव शरीर उनके परिवारों तक पहुंचाए जा चुके हैं।
परिवार शव लाने में असमर्थ था सरपंच सुखदीप सिंह ने बताया कि मृतक रणजीत सिंह दुबई गए थे जहां उनकी मौत हो गई और परिवार अपने मृतक को लाने में असमर्थ था, जिसके कारण सरबत दा भला ट्रस्ट ने परिवार की मदद की और रणजीत सिंह को मृतक के घर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमारे गांव में कई युवाओं की मौत हो चुकी है, जिनके शव सरबत दा भला ट्रस्ट द्वारा लाए गए हैं। हम उनके आभारी है।
ट्रस्ट ने कुछ महीने पहले अमृतसर हवाई अड्डे से मृतकों के घर तक निशुल्क एम्बुलेंस सेवा शुरू की है। मृतक के साले संतोख सिंह, गुरप्रीत सिंह, भाई मनविंदर सिंह, सरपंच सुखदीप सिंह और कुलवंत सिंह ने डॉ. एसपी सिंह ओबराय से मिलकर सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।