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मुंबई47 मिनट पहले
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विधान परिषद के अध्यक्ष राम शिंदे के ऑफिस में फडणवीस-उद्धव की मुलाकात हुई।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की।ठाकरे ने विधान परिषद अध्यक्ष राम शिंदे के कक्ष में फडणवीस से मुलाकात की। लगभग आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में उद्धव के बेटे और वर्ली विधायक आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे।
यह मुलाकात फडणवीस के तरफ से उद्धव को दिए ऑफर के एक दिन बाद हुई। जिससे राजनीतिक अटकलें शुरू हो गई हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि दोनों की बीच मुलाकात नेता विपक्ष के पद को लेकर हुइ है।

महाराष्ट्र CM ने कहा था- अलग तरह से सोच सकते हैं
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे का विदाई समारोह बुधवार को हुआ था। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने व्यंग्य करते हुए उद्धव ठाकरे से कहा कि भाजपा उनके साथ विपक्ष में शामिल होने की संभावना नहीं रखती, लेकिन वह सत्ता पक्ष में आ सकते हैं।
इस बयान के 24 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री से आज उद्धव की भेंट भी हो गई है, जो करीब 20 मिनट चली। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री फडणवीस को एक किताब भेंट की, जिसमें लिखा है हिंदी की सख्ती क्यों, तीन भाषा जरूरी क्यों।
हालांकि उद्धव-देवेंद्र की मुलाकात पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज हमने उन्हें एक कम्पाइलेशन दिया है कि पहली क्लास से तीन-भाषा नीति क्यों नहीं होनी चाहिए। इसे कई पत्रकारों और संपादकों ने लिखा है।
2019 में अलग हुए थे उद्धव
ठाकरे के नेतृत्व वाली अविभाजित शिवसेना ने 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री पद के बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद अपने पुराने सहयोगी भाजपा से नाता तोड़ लिया था।
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महाराष्ट्र में हिंदी को लेकर जारी विवाद के बीच उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने ‘मराठी एकता’ पर मुंबई के वर्ली डोम में रैली की। इस मौके पर दोनों की तरफ से आगे साथ मिलकर राजनीति करने के संकेत दिए गए।
उद्धव और राज 20 साल बाद एक मंच पर नजर आए। इससे पहले 2006 में बाला साहेब ठाकरे की रैली में साथ दिखे थे। उद्धव को शिवसेना का मुखिया बनाने के बाद राज ने अलग पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) बनाई थी। तब दोनों के रिश्ते अच्छे नहीं थे। पढ़ें पूरी खबर…

