देशभर में करीब 150 ठिकानों पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के निर्देश पर आयकर छापे की कार्रवाई की गई। आयकर विभाग के जांच का दायरा बढ़ने पर 2 पॉलिटिकल पार्टी के ठिकानों पर रेड की गई। राजस्थान आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा की ओर से दोनों पॉलिटिकल पार
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दरअसल, आयकर विभाग ने कटौतियों और छूटों के फेक दावों को लेकर देशभर में करीब 150 ठिकानों पर सोमवार 14 जुलाई को छापेमारी की कार्रवाई की शुरुआत की। जांच में आईटीआर तैयार करने वाले और बिचौलियों की ओर से संचालित संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, पंजाब और मध्य प्रदेश में तलाशी और जब्ती कार्रवाई में विभिन्न ग्रुपों और संस्थाओं की ओर से धोखाधड़ी करने के सबूत मिले।
बढ़ाया जांच का दायरा, 2 पॉलिटिकल पार्टी मिली राजस्थान आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा ने जांच का दायरा बढ़ाया गया। इनकम टैक्स जालसाजी संगठित गिरोह के संपर्क में मध्यप्रदेश की भारतीय सामाजिक पार्टी और महाराष्ट्र की युवा भारत आत्मनिर्भर दल का होना सामने आया। दोनों ही पॉलिटिकल पार्टी के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी शुरू की। आयकर टीमों ने दोनों पॉलिटिकल पार्टी के महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान में 10 ठिकानों पर रेड की। भारतीय सामाजिक पार्टी का रजिस्टर्ड ऑफिस मध्यप्रदेश के अलीराजपुर और युवा भारत आत्मनिर्भर दल का महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हैं। भारतीय सामाजिक पार्टी के बैंक अकाउंट राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में मौजूद है।
पिछले 3 साल का मिला ब्योरा आयकर विभाग की जांच में सामने आया है कि दोनों पॉलिटिकल पार्टी चंदे में आए रुपयों को राजनीतिक गतिविधियों में यूज नहीं लेती थी। दोनों ही पार्टियों की ओर से कमिशन पर बोगस चंदा लिया जाता था। आयकर टीमों की कार्रवाई में पिछले 3 साल में दोनों पॉलिटिकल पार्टी के 500 करोड़ रुपए का बोगस चंदा लेने का पता चला है। दोनों ही पार्टियों को काफी चंदा राजस्थान के अनेक लोगों से मिला है। डोनेशन के जरिए मिलने वाले रुपयों में पार्टी की ओर से अपना कमिशन रोककर बोगस चंदा कैश लौटा देते थे।
बोगस डोनेशन वालों पर गिरेगी गाज आयकर विभाग की ओर से चंदे के अलावा फर्जी चिकित्सा खर्च, बच्चों की फर्जी ट्यूशन फीस, मकान किराया आदि की रसीदों को लेकर ली जा रही छूट के फर्जीवाड़े में लिप्त लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। इस तंत्र में काफी सीए, कर सलाहकार सहित विभिन्न व्यक्तियों के शामिल होने पर उन्हें कवर किया गया है। आयकर विभाग की अगली कार्रवाई बोगस डोनेशन देने वाले आयकर करदाताओं पर हो सकती है।