श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्वी चंपारण से सांसद राधा मोहन सिंह ने पंडित नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “अगर श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते, तो आज आधा पंजाब औ
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नेहरू और जिन्ना ने पहले ही कर लिया था डील: राधा मोहन सिंह
अपने संबोधन में राधा मोहन सिंह ने कहा कि नेहरू और जिन्ना ने आजादी से पहले ही एक समझौता कर लिया था हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री नेहरू बनें और पाकिस्तान का जिन्ना।उन्होंने आरोप लगाया कि “इन दोनों नेताओं का मकसद सिर्फ देश को आजाद कराना नहीं था, बल्कि प्रधानमंत्री बनना उनकी पहली प्राथमिकता थी।”
श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान से बचा देश का भूगोल
मौके पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उन्होंने कहा, “उनकी कुर्बानी का ही परिणाम है कि आज हम भारत को उसकी मौजूदा सीमाओं में देख पा रहे हैं।”उन्होंने दावा किया कि मुखर्जी ने देश की एकता, अखंडता और कश्मीर को भारत में बनाए रखने के लिए प्राण तक न्योछावर कर दिए।
विधानसभा चुनाव से पहले तीखा बयान
विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही भाजपा नेताओं के कांग्रेस विरोधी बयान तेज हो गए हैं। राधा मोहन सिंह का यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में राहुल गांधी के सैनिटरी नैपकिन वाले बयान पर भी सियासी घमासान जारी है।भाजपा कांग्रेस को लगातार विवादास्पद मुद्दों पर घेरने की रणनीति में जुटी दिख रही है।
देश की आजादी में कई महापुरुषों का योगदान
राधा मोहन सिंह ने कहा कि देश को आजाद कराने में सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे अनगिनत महापुरुषों ने योगदान दिया। लेकिन कुछ लोग जैसे नेहरू और जिन्ना सिर्फ अपनी सत्ता की ललक में देश का बंटवारा करवा दिए। उन्होंने कहा, “हमें इतिहास के सच्चे नायकों को याद रखना चाहिए, न कि सिर्फ एक परिवार को।”