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वडोदरा38 मिनट पहले
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हादसे वाली जगह ही किया गया अंतिम संस्कार। पीछे गंभीरा ब्रिज का टूटा हिस्सा देखा जा सकता है।
गुजरात के वडोदरा में गंभीरा ब्रिज हादसे के 6 दिन बाद भी एक युवक का शव नहीं मिल पाया है। परिवार के लोग रोजाना नदी किनारे पहुंचकर उसके शव मिलने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन, रोजाना निराशा ही मिल रही थी। इसी के चलते परिवार ने विक्रम सिंह का एक पुतला बनाकर महीसागर नदी किनारे ही उसका दाह-संस्कार कर दिया।
18 लोगों की मौत हुई, 2 अब भी लापता गौरतलब है कि वडोदरा में महिसागर नदी पर बना ब्रिज 9 जून की सुबह करीब 7 बजे बुधवार टूट गया था। चलते ट्रैफिक के बीच पुल टूट जाने से दो ट्रक, दो कार और एक रिक्शा नदी में गिर गए थे। एक टैंकर टूटे सिरे पर फंस गया था। 20 लोग हादसे का शिकार हुए, जिनमें से 18 के शव मिल गए हैं, जबकि 2 अब भी लापता हैं।

महीसागर नदी किनारे किया गया अंतिम संस्कार।

हिंदू रीति-रिवाजों के साथ किया गया अंतिम संस्कार।
लापता लोगों में एक नरसिंहपुरा के 22 वर्षीय विक्रम सिंह पढियार भी शामिल हैं। जिनका 6 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। परिवार के कई सदस्य रोजाना ब्रिज पर आकर बैठे रहते थे। 6 दिन हो जाने के चलते परिवार ने अब उम्मीद छोड़ दी है।
इसलिए आज उन्होंने महिसागर नदी के किनारे विक्रम का पुतला बनाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अंतिम संस्कार सभी हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार ही किया गया। हालांकि, परिवार के कुछ सदस्यों को अब भी उम्मीद है कि विक्रम का शव मिल जाएगा, जिससे चाणोद गांव में उसका अंतिम संस्कार करेंगे।
पत्नी सदमे में, 6 दिन से खाना नहीं खाया परिवार के अनुसार, विक्रम सिंह की पत्नी हिनाबेन सदमें में है और पिछले 6 दिनों से अन्न का एक दाना भी नहीं खाया है। परिवार के अन्य सदस्यों की भी ऐसी ही स्थिति है। इसी के चलते परिवार के अन्य सदस्यों ने बेटे का अंतिम संस्कार करने का फैसला किया। इस समय नरसिंहपुरा गांव और आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

20 जून के दो साल की बेटी निराली का बर्थडे बनाया था। पत्नी-बेटी के साथ विक्रम।
परिवार को सरकारी सहायता राशि भी दे दी गई दूसरी ओर, विक्रम सिंह के लापता होने की शिकायत वडू पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है। एक तरफ विक्रम सिंह के लापता होने की शिकायत है, तो दूसरी तरफ उन्हें मृत घोषित करके सहायता राशि भी परिवार को दे दी गई है।
मामा के बेटे को घर छोड़ने जा रहे थे नरसिंहपुरा गांव के अर्जुन सिंह परमार ने बताया कि हमारे गांव के 22 वर्षीय विक्रम सिंह पढियार अपने मामा के बेटे को देवपुरा स्थित घर छोड़ने जा रहे थे। तभी वे हादसे का शिकार हो गए। हम 6 दिन से तलाश कर रहे हैं,लेकिन विक्रम का शव नहीं मिला है। विक्रम की 3 साल पहले शादी हुई थी और उसकी एक बेटी भी है।
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