इस्लामाबाद12 घंटे पहले
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पाकिस्तान गाजा में 20 हजार सैनिक तैनात करेगा। इन सैनिकों का काम हमास से हथियार सरेंडर करवाना और इलाके में शांति बनाए रखना होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने इसे लेकर इजराइल के साथ सीक्रेट समझौता किया है। ये सैनिक इंटरनेशनल स्टैबिलाइजेशन फोर्स (ISF) का हिस्सा होंगे, जो गाजा में शांति समझौता लागू करेंगे।
इसे लेकर मिस्र की राजधानी काहिरा में एक सीक्रेट बैठक हुई थी। इसमें इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के बड़े अधिकारी के साथ पाकिस्तान और अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अधिकारी शामिल थे।
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा जंग को रोकने के लिए 29 सितंबर को 20 सूत्री शांति योजना पेश की थी। इस योजना में हमास का हथियार डालना सबसे अहम शर्त है।

ट्रम्प ने 29 सितंबर को इजराइली पीएम नेतन्याहू की मौजूदगी में 20 सूत्री शांति प्लान पेश किया था।
पाकिस्तानी सैनिकों की तैनाती नहीं चाहता तुर्किये
रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्किये, अजरबैजान और कतर इस फैसले से नाराज हैं। ये देश नहीं चाहते हैं कि पाकिस्तानी सैनिकों की गाजा में तैनाती हो। पाकिस्तान की तुर्किये से गहरी दोस्ती है, लेकिन वह ट्रम्प को भी नाराज नहीं करना चाहता।
पाकिस्तानी सैनिक गाजा में इंडोनेशिया और अजरबैजान के सैनिकों के साथ मिलकर काम करेंगे। वे गाजा में सिक्योरिटी मैनेजमेंट देखेंगे, इमारतें बनवाएंगे और हमास को पूरी तरह कंट्रोल करेंगे।
ट्रम्प ने मिस्र में सीजफायर समझौते पर साइन किए थे
ट्रम्प ने 13 अक्टूबर को मिस्र के शहर शर्म अल शेख में गाजा शांति समझौते पर साइन किए थे। इस दौरान 20 से ज्यादा देशों के नेता वहां मौजूद थे, लेकिन इजराइल और हमास को नहीं बुलाया गया था।
शांति प्रस्ताव पर साइन करने के बाद ट्रम्प ने समझौते का आखिरी पेज प्रेस को दिखाया था। इसपर लिखा था कि हर व्यक्ति को सम्मान, शांति और बराबर मौके मिलने चाहिए। हम चाहते हैं कि यह क्षेत्र ऐसा हो जहां हर कोई शांति और सुरक्षा में अपने सपने पूरे कर सके चाहे वह किसी भी धर्म या नस्ल का हो।

ट्रम्प ने 13 अक्टूबर को गाजा सीजफायर समझौते पर साइन किए थे।
पाकिस्तान ने इजराइल को देश की मान्यता नहीं दी
पाकिस्तान ने भले ही इजराइल के साथ सीक्रेट समझौता किया है, लेकिन उसने आज तक इजराइल को देश की मान्यता नहीं दी है। उसके नेता कई बार सभी मुस्लिमों देशों से इजराइल के खिलाफ के साथ आने की अपील कर चुके हैं।
पाकिस्तानी रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने 10 अक्टूबर को कहा था कि इजराइल का मकसद मुस्लिम दुनिया की ताकत खत्म करना है। इजराइल के साथ नरमी बरतना गलत है। मुस्लिम देशों को इजराइल के खिलाफ साथ आना होगा।

9 सितंबर को इजराइल ने करत में हमास नेताओं पर हमला किया था, जिसके बाद मुस्लिम देशों ने दोहा में इजराइल के खिलाफ मीटिंग की थी।
ट्रम्प के सीजफायर प्लान के 20 पॉइंट
ट्रम्प के प्लान में गाजा में युद्ध रोकना, सभी बंधकों को छोड़ना और गाजा में प्रशासन चलाने के लिए एक अस्थायी बोर्ड बनाने का प्रस्ताव है।
ट्रम्प इस बोर्ड की अध्यक्षता करेंगे और इसमें पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर भी होंगे।
- तुरंत युद्ध रोकना- इजराइल और हमास के बीच सहमति बनी तो गाजा में युद्ध तुरंत खत्म होगा।
- इजराइल पीछे हटेगा- सहमति से इजराइल अपनी सेनाओं को धीरे-धीरे गाजा से निकाल लेगा।
- बंधकों को छोड़ना- हमास 72 घंटे में सभी इजराइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें जिंदा और मृत दोनों होंगे।
- कैदियों की रिहाई- युद्ध खत्म होने पर इजराइल, गाजा के उम्रकैद की सजा काट रहे 250 लोगों और अन्य 1700 कैदियों को छोड़ देगा।
- शवों का आदान-प्रदान – हर मृत इजराइली कैदी के बदले 15 मृत फिलिस्तीनी कैदियों के शव लौटाए जाएंगे।
- गाजा को आतंक मुक्त बनाना- गाजा से हमास के सारे ठिकाने और हथियार हटाए जाएंगे।
- हमास प्रशासन में शामिल नहीं- हमास और अन्य लड़ाके गाजा की सरकार में हिस्सा नहीं लेंगे।
- अंतरिम प्रशासन समिति- गाजा के लिए एक अस्थायी तकनीकी समिति बनाई जाएगी, जिसमें योग्य लोग होंगे।
- शांति बोर्ड बनेगा- इस बोर्ड की अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प करेंगे, इसमें टोनी ब्लेयर और अन्य देशों के नेता शामिल होंगे।
- पुनर्निर्माण योजना- बोर्ड गाजा के विकास और सुधार की योजना बनाएगा और उसका खर्च उठाएगा।
- मानव सहायता- गाजा को तुरंत पर्याप्त मदद दी जाएगी।
- विशेष व्यापार क्षेत्र- गाजा में खास व्यापारिक क्षेत्र बनाए जाएंगे, जिससे रोजगार बढ़ेगा।
- लोगों की आजादी- किसी को गाजा छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा; जो चाहे जा सकता है और लौट सकता है।
- सुरक्षा के लिए फोर्सेस- एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल गाजा में सुरक्षा बनाए रखेगा।
- पुलिस की ट्रेनिंग- सुरक्षा बल गाजा पुलिस को ट्रेनिंग देंगे और मदद करेंगे।
- सीमा सुरक्षा- इजराइल और मिस्र की सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत होगी।
- लड़ाई बंद- युद्ध खत्म होने तक हवाई हमले और गोलाबारी रोकी जाएगी।
- मानवाधिकार सुनिश्चित- अंतरराष्ट्रीय संगठन गाजा में मदद और सुरक्षा की निगरानी करेंगे।
- शांति बातचीत- इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति के लिए बातचीत शुरू होगी।
- भविष्य की योजना– इस योजना का मकसद गाजा में स्थायी शांति, विकास और बेहतर जीवन लाना है।
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