27 घंटे में 7 इंच से ज्यादा बारिश होने के कारण मंगलवार को शहरभर में परेशानी हो गई। कई जगह सड़कें जलमग्न हो गईं, तो घरों, दुकानों और बेसमेंट में पानी भर गया। 32 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने से कई जगह पेड़ गिर गए तो कई जगह पेड़ों की टहनियां बिजल
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इधर, मंगलवार सुबह कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई और जो स्कूल खुले थे, वहां भी उपस्थिति बहुत कम थी। अल्पना तिराहा, भोपाल टॉकीज चौराहा, नादरा बस स्टैंड के साथ अरेरा हिल्स इलाके में नाप तौल कार्यालय से लेकर गायत्री मंदिर तक पानी जमा हो गया।
दिन-रात हुए एक जैसे, तापमान में सिर्फ 1 डिग्री का अंतर आ गया
सोमवार शाम 5:30 बजे से मंगलवार शाम 5:30 बजे तक 27 घंटे में 7 इंच बारिश हुई। इसका असर तापमान पर भी पड़ा। मंगलवार को दिन और रात के तापमान में सिर्फ 1 डिग्री का अंतर रहा। यह इस सीजन में सबसे कम अंतर है। दिन का तापमान 24.8 डिग्री और रात का 23.8 डिग्री दर्ज किया गया। बारिश के कारण वातावरण में बहुत ठंडक हो गई है। सुबह से लेकर शाम तक तापमान 1 डिग्री ही बढ़ सका।
पुराने शहर से ज्यादा नए शहर में बारिश: एयरपोर्ट रोड और पुराने शहर के मुकाबले नए शहर में ज्यादा बारिश हो रही है। मंगलवार सुबह 8:30 बजे तक एयरपोर्ट ऑब्जर्वेटरी में 71.मिमी में बारिश दर्ज की गई। अरेरा हिल्स ऑब्जर्वेटरी में सुबह 8:30 बजे तक 84 मिमी बारिश दर्ज की गई। शाम 5:30 बजे तक भी यही स्थिति रही।
इस दौरान एयरपोर्ट ऑब्जर्वेटरी में 45 मिमी से ज्यादा और अरेरा हिल्स में 54 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञ डॉ. जीडी मिश्रा ने बताया कि मानसून सीजन में अलग-अलग तरह के बादल बनते हैं जिनसे बारिश होती है। सीबी क्लाउड और घने बादल यानी स्ट्रेट्स क्लाउड का नए शहर में ज्यादा असर हुआ।
60 साल की महिला को खटिया पर उठाकर ले गए अस्पताल सूखीसेवनिया थाने से कुछ ही दूरी पर स्थित प्रेमपुरा गांव में रहने वाली 60 वर्षीय ऊषा बाई पति शेरसिंह ठाकुर मंगलवार को खाना बनाते समय अचानक बेहोश हो गई। कुछ ही देर में बेटा कुलदीप गांव के लोगों को बुलाकर ले आया, क्योंकि बारिश तेज थी।
मां को अस्पताल लेकर जाना था, लेकिन रास्ते में नदी के पानी का बहाव तेज था। कुलदीप ने बताया कि मां को खटिया पर लैटाया और इसके बाद 5 फीट गहरे पानी में उतर गए। पानी गले-गले तक आ गया था। बहाव तेज होने के चलते मेरा दोस्त राहुल यादव 100 मीटर दूर तक बह गया। गनीमत रही कि एक पेड़ की ढाल को उसने पकड़ लिया। जैसे-तैसे मां को अस्पताल पहुंचाया।
यहां से आई जलभराव की शिकायतें गोविंदपुरा, कोलार सागर गेरे के पास, भारत टॉकीज, टीला जमालपुरा, त्रिलंगा, ओरा मॉल के पास, ओरियंटल कॉलेज, रीगल स्टेट वार्ड-60, अयोध्या नगर जे सेक्टर, अहिंसा विहार, अयोध्या बायपास, अरेरा कॉलोनी और वार्ड-32 से लोगों ने जलभराव की शिकायत नगर निगम से की।
परेशानी हो तो यहां फोन करें मुख्य आपात नियंत्रण कक्ष व माता मंदिर स्थित केंद्रीय कर्मशाला सहित जोन स्तरीय आपात नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई। आपात स्थिति में 0755-2542222, 2540220 एवं 2701401, 155304 और 18002330014 पर कॉल कर कसते हैं।
वीआईपी रोड पर पेड़ गिरा, ट्रैफिक जाम
वीआईपी रोड पर दो जगह पेड़ गिरने से ट्रैफिक बाधित हुआ। नूर उस सबाह के पास एक तरफ का रोड पेड़ करने से पूरी तरह ब्लॉक हो गया। कर्बला के पास बिजली लाइन पर पेड़ गिर गया। इससे रास्ता और बिजली लाइन बंद हो गईं। इसके अलावा गोविंदपुरा, मालवीय नगर, जेके रोड सहित 7 अन्य जगह पेड़ गिरने की सूचनाएं हैं। वीआईपी रोड, आईआईएफएम, पीएचक्यू में बिजली लाइनों पर पेड़ गिरे।
अल्पना तिराहे पर पंप लगाकर पानी निकाला
इस बरसात में हर बार अल्पना तिराहा जलमग्न हो रहा है। मंगलवार को भी हालात ऐसे हो गए कि रेलवे स्टेशन की ओर जाना मुश्किल हो गया। नगर निगम के एएचओ शादाब खान ने बताया कि पंप लगाकर पानी बाहर निकाला गया। नगर निगम फायर ब्रिगेड प्रभारी सौरभ पटेल ने बताया कि ओरा मॉल, लिली टॉकीज और मनीषा मार्केट सहित शहर में पांच जगहों पर पंप लगाकर पानी निकालना पड़ा। मनीषा मार्केट में बारिश के साथ सीवेज का पानी मिक्स हो रहा था।