कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाई भरत पटवारी और नाना पटवारी सहित इंदौर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव के खिलाफ इंदौर में जमीन पर कब्जा और धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। तेजाजी नगर थाना पुलिस ने तीनों पर नामजद एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी
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इस जमीन की वर्तमान कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। आरोप है कि तीनों ने ट्रस्ट के नाम पर यहां अवैध निर्माण शुरू कर दिया और जमीन के मालिक नरेंद्र मेहता (74) को जान से मारने की धमकी दी। एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा ने बताया कि फरियादी नरेंद्र मेहता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
मेहता के मुताबिक, 29 मार्च को सदाशिव यादव 15-20 लोगों के साथ पहुंचे और जबरन जमीन पर कब्जा कर लिया। कब्जे के बाद निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया और सोशल मीडिया पर जमीन बेचने के विज्ञापन तक चलाए गए। मामले में पटवारी ने कहा, ‘यह लड़ाई विचारों की है, यह लड़ाई संविधान बचाने की है। हमारे ऊपर मुकदमे होंगे, हमारे परिवारों को भी डराने की कोशिश की जाएगी, लेकिन हमें डरना नहीं है, डटकर मुकाबला करना है।’
होलकर रियासत से इनाम में मिली थी यह जमीन मेहता ने बताया कि यह जमीन 1939 में इनाम स्वरूप उनके दादा को मिली थी। बाद में कानूनी रूप से पिता नवरतनमल जैन के नाम ट्रांसफर हुई। तब से वे इसका वैध स्वामित्व रखते आ रहे हैं। मेहता ने आरोप लगाया कि राजस्व अभिलेख में भी छेड़छाड़ कर सदाशिव यादव का नाम चढ़ा दिया गया।
नाना पटवारी के खिलाफ पूर्व में मारपीट और ड्रग्स रैकेट से जुड़े सात केस दर्ज हैं। हाल ही में भाजपा के एक पूर्व पार्षद के साथ मारपीट में भी उन पर केस दर्ज हुआ था।