बंगाल की खाड़़ी में हलचल बढ़ गई है. निम्न दबाव क्षेत्र के 25 जुलाई को डिप्रेशन में बदलने की संभावना है, जो उत्तर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्री हिस्से पर अधिक केंद्रित रहेगा. सिस्टम का मुख्य केंद्र अभी समुद्र पर रहेगा, लेकिन इससे काफी आगे अंदरूनी हिस्सों में मौसम गतिविधियां गुरुवार 24 जुलाई से ही शुरू हो जाएंगी. 25 जुलाई को इनकी तीव्रता में वृद्धि होने की संभावना जताई गई है. 26 जुलाई से यह सिस्टम मानसून ट्रफ के संपर्क में आने लगेगा, जिससे इसके प्रभाव का दायरा और गंभीरता दोनों बढ़ेंगे. इससे पूर्व और उत्तर भारत में भारी बारिश देखने को मिल सकती है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार जैसे प्रदेशों में इसका असर देखने को मिलेगा. इसके अलावा झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तर भारतीय मैदानी क्षेत्रों में इसका व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है.
अगले 24 घंटों का पूर्वानुमान
अगले 24 घंटे के दौरान हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, केरल, उत्तर कोंकण और गोवा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, ओडिशा, झारखंड के कुछ हिस्से, मराठवाड़ा, गुजरात क्षेत्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र व कच्छ, पश्चिम राजस्थान, रायलसीमा और तमिलनाडु में हल्की बारिश के आसार हैं.