सुजीत कुमार | बलरामपुर3 मिनट पहले
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बलरामपुर में शनिवार को पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने पुलिस लाइन में फीता काटकर यातायात माह का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी में लोगों को यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया गया। एसपी विकास कुमार ने बताया कि भारत में सड़क दुर्घटनाएं मृत्यु का एक प्रमुख कारण हैं, जिसका मुख्य कारण यातायात नियमों की जानकारी का अभाव और उनका पालन न करना है। इसी उद्देश्य से हर साल नवंबर माह को ‘यातायात माह’ के रूप में मनाया जाता है, ताकि लोग नियमों का पालन कर सुरक्षित रह सकें।
उन्होंने जानकारी दी कि जिले में पिछले एक वर्ष में 121 सड़क दुर्घटनाओं के मामले दर्ज हुए हैं। जिनमें कई लोगों की जान गई है। एसपी ने बताया कि सड़क दुर्घटना के पीड़ितों की मदद करने वालों को 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। यह पुरस्कार उस व्यक्ति को मिलेगा जो घायल को ‘गोल्डन आवर’ (दुर्घटना के बाद का पहला एक घंटा) में अस्पताल पहुंचाएगा।
रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया
एसपी ने यह भी बताया कि यदि दुर्घटना में वाहन की पहचान हो जाती है, तो बीमा कंपनी से प्रतिपूर्ति मिलती है। वहीं, अज्ञात वाहन से हुई दुर्घटना की स्थिति में भारत सरकार द्वारा दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता और गंभीर रूप से घायल होने पर 50 हजार रुपये के अनुदान का प्रावधान है।
पुलिस अधीक्षक ने चिंता व्यक्त की कि 2020 से प्रदेश सरकार का लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना रहा है, लेकिन जिले में यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने इसे कम करने के लिए जनसहयोग और जागरूकता को अत्यंत आवश्यक बताया।कार्यक्रम के अंत में एक यातायात जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
इस रैली में दोपहिया वाहन सवारों ने ‘हेलमेट पहनें, नियमों का पालन करें’ का संदेश दिया। पुलिस अधीक्षक ने लोगों से अपील की कि वे स्वयं यातायात नियमों का पालन करें। दूसरों को भी सुरक्षित यातायात के प्रति जागरूक करें, ताकि “सुरक्षित जीवन- सुरक्षित भारत” का सपना साकार हो सके।

