Monday, November 3, 2025
Homeदेशबिहार में 16 दिन और 12 रात गुजारेंगे राहुल, पीके के 'चैलेंज'...

बिहार में 16 दिन और 12 रात गुजारेंगे राहुल, पीके के ‘चैलेंज’ पर जवाब की चर्चा!


Last Updated:

Rahul Gandhi Voter Adhikar Yatra: राहुल गांधी को रविवार से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर निकल रहे हैं. 16 दिन और 12 रात बिहार में बिताने की योजना से यह यात्रा सियासी हलचल पैदा कर रही है. खास बात यह कि उनकी इस यात्रा …और पढ़ें

बिहार में 16 दिन और 12 रात गुजारेंगे राहुल, पीके के 'चैलेंज' पर जवाब की चर्चा!बिहार में रात बिताने की प्रशांत किशोर की चुनौती पर राहुल गांधी ने कस ली कमर.
पटना. कभी कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बना चुके प्रशांत किशोर ने हाल ही में राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा था कि उन्होंने जीवन में बिहार में एक रात भी नहीं गुजारी. यह बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया. लेकिन, ऐसा लगता है कि अब उनकी बात का जवाब मिल रहा है. इतना ही नहीं जानकार कहते हैं कि पीके की चुनौती ही नहीं, बल्कि अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के तहत बिहार की उस सियासत को भी साध रहे हैं जो सत्ताधारी एनडीए की टेंशन का भी सबब है. खास बात यह कि पीके ने कहां राहुल गांधी को बिहार में एक रात बिताने की बात पर सवाल खड़ा किया था, वहीं इसके जवाब में राहुल गांधी 16 दिन और 12 रातें बिहार में बिताएंगे.

वोटर अधिकार यात्रा का शेड्यूल

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू होगी और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में समाप्त होगी. इस दौरान गया, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, पश्चिम चंपारण और अन्य जिलों से होते हुए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार के 23 से 30 जिलों को कवर करेंगे. इस यात्रा के दौरान जनसभाओं और संवादों के जरिए मतदाताओं से सीधा संपर्क होगा. 16 दिनों की इस यात्रा के दौरान 20 और 25 अगस्त को ब्रेक के साथ राहुल बिहार की सड़कों पर जनता के बीच रहेंगे. वह कई जिलों में रात्रि विश्राम भी करेंगे. बता दें कि राहुल गांधी की यह यात्रा बिहार एसआईआर के तहत मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने और लोकतंत्र की रक्षा का संदेश देने के दावे के साथ हो रही है.

सियासी मायने और जनता से जुड़ाव

राजनीति के जानकार कहते हैं कि पीके की टिप्पणी के बाद यह कदम साबित करता है कि राहुल अब जमीन से जुड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. बिहार में 12 रात गुजारना उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता को बता रहा है. तेजस्वी यादव के साथ उनकी जोड़ी इस यात्रा को और प्रभावी बनाएगी. बता दें कि बीते 26 जून को प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर बिहार में एक रात न बिताने और बिहारियों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया था. आइये जानते हैं कि आखिर प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को लेकर क्या टिप्पणी की थी. उनका पूरा बयान क्या था.

प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी से क्या कहा था?

मीडिया के सवाल पर प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को एक चैलेंज देते हुए कहा था, राहुल जी बिहार से आते-जाते रहते हैं, लेकिन वास्तव में कोई यात्रा नहीं करते. अगर राहुल गांधी ने कभी बिहार के किसी गांव में एक रात भी बिताई हो, तो मुझे बताएं. अगर वह किसी गांव में एक रात भी बिता सकें तो हम इसे स्वीकार करेंगे. उन्होंने आगे कहा, आप दिल्ली में बैठकर बिहारियों पर हंसते हैं और यहां आकर ज्ञान देते हैं. तुम बिहारियों को कहते हो कि वो मजदूरी किए हैं और फिर यहां आकर बड़ा-बड़ा ज्ञान दोगे. प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि कांग्रेस ने बिहार के लोगों के साथ वर्षों से उपेक्षा और अनादर का व्यवहार किया है. उन्होंने कहा था कि- अगर कांग्रेस ने सिखों के साथ हुए अन्याय के लिए माफी मांगी है तो राहुल गांधी को बिहार में चुनाव प्रचार करने से पहले बिहारियों से भी माफी मांगनी चाहिए.

चुनावी रणनीति और विपक्षी नजर

बहरहाल, राहुल गांधी ने पीके की यह चुनौती तो स्वीकार कर ली है, लेकिन जानकार कहते हैं कि उनकी यह यात्रा सिर्फ पीके की चुनौती का जवाब नहीं, बल्कि एनडीए पर दबाव बनाने की रणनीति भी है. कांग्रेस का दावा है कि मतदाता सूची में हेरफेर हो रहा है और यह यात्रा इस मुद्दे को उजागर करेगी. हालांकि, बीजेपी और जेडीयू इसे ‘शो ऑफ’ बता रहे हैं.जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी की इस पहल से महागठबंधन को ग्रामीण वोटर कुछ हद तक प्रभावित हो सकते हैं जो चुनाव में गेम चेंजर साबित हो सकता है.

जनता की प्रतिक्रिया और भविष्य

दूसरी ओर बिहार की जनता राहुल की इस यात्रा को उत्सुकता से देख रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से उनके स्वागत के लिए कई इलाकों में तैयारी की जा रही है. जानकार कहते हैं कि अगर राहुल इस दौरान जनता के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाते हैं तो यह कांग्रेस की साख को बढ़ा सकता है. वहीं, पीके की नई पार्टी जन सुराज भी इस यात्रा पर नजर रखेगी, क्योंकि बिहार की सियासत में उनका प्रभाव भी बढ़ा है, इस बात को अब सियासत के जानकार भी मान रहे हैं. बहरहाल, सियासी सवाल तो यही है बिहार चुनाव 2025 से पहले यह यात्रा कदम सियासी हलचल तो पैदा कर रहा है, लेकिन क्या राहुल इस यात्रा से जनता का भरोसा जीत पाएंगे?

authorimg

Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट…और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homebihar

बिहार में 16 दिन और 12 रात गुजारेंगे राहुल, पीके के ‘चैलेंज’ पर जवाब की चर्चा!



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments