मऊ के आजमगढ़ मोड़ पर स्थित ‘मनीष चाट बाहर’ का गोलगप्पा इन दिनों पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस गोलगप्पे की खासियत ही कुछ ऐसी है कि यहां न सिर्फ मऊ, बल्कि गाजीपुर, देवरिया, बलिया और आजमगढ़ तक से लोग इसका स्वाद चखने आते हैं.
‘मनीष चाट बाहर’ के ओनर शुभम गुप्ता ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि उनके यहां का गोलगप्पा बाकी जगहों से बिल्कुल अलग है. यह गोलगप्पा एक स्पेशल रेसिपी से तैयार होता है, जो पूरे मऊ जनपद में कहीं और नहीं मिलेगा. यही वजह है कि यहां गोलगप्पा खाने वालों की भारी भीड़ जुटती है.
घर पर ही तैयार होता है खास गोलगप्पा
इस गोलगप्पे को तैयार करने का तरीका भी बेहद खास है. शुभम गुप्ता ने बताया कि सबसे पहले धोईया और मैदे को भिगोया जाता है. फिर इसे कुछ देर छोड़ने के बाद अच्छे से फुलाया जाता है. इसके बाद हाथ से गोल आकार देकर इसे रिफाइंड ऑयल में तला जाता है. खास बात यह है कि गोलगप्पे बड़े आकार में फूलते हैं और स्वाद भी जबरदस्त आता है.
गोलगप्पे में अगर छोला स्वादिष्ट न हो, तो मजा अधूरा रह जाता है. यही वजह है कि यहां छोला भी खास तरीके से तैयार किया जाता है. मटर और काबुली चने को एक दिन पहले भिगोकर रखा जाता है. फिर उसे अच्छे से फ्राई कर मसाले डालकर पकाया जाता है, जिससे छोले में जबरदस्त स्वाद आ जाता है.
इसके साथ गोलगप्पे में डलने वाले पानी को भी बेहद खास तरीके से तैयार किया जाता है. इसमें जलजीरा, पुदीना, नींबू, इमली समेत कई मसाले मिलाए जाते हैं, जिससे पानी का स्वाद खट्टा-मीठा और बिल्कुल चटपटा हो जाता है.
दही-चटनी के साथ मुंह में घुल जाता है स्वाद
यहां गोलगप्पा परोसते समय भैंस के दूध से बना ताजा दही, मीठी चटनी और छोले के साथ परोसा जाता है. मुंह में जाते ही यह गोलगप्पा पानी की तरह घुल जाता है और इसका स्वाद लोग लंबे समय तक भूल नहीं पाते. शुभम गुप्ता बताते हैं कि दुकान पर सुबह 10 बजे से लेकर रात 9 बजे तक गोलगप्पे मिलते हैं. हर दिन यहां सैकड़ों लोग स्वाद का लुत्फ उठाते हैं. मऊ आने वाले लोगों के लिए यह जगह धीरे-धीरे फूड लवर की पसंदीदा जगह बनती जा रही है.