Monday, November 3, 2025
Homeराज्यगुजरातमाइंस ब्लास्ट से टूटी रेलवे की केबल, मालगाड़ी से टकराई: ट्रेन...

माइंस ब्लास्ट से टूटी रेलवे की केबल, मालगाड़ी से टकराई: ट्रेन रोकने लोगों ने अपने लाल कपड़े उतारकर लहराए, गुजरात के गोधरा की घटना


गोधरा (गुजरात)57 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

ये घटना गोधरा में पांड्यापुरा गांव के पास सोमवार दोपहर को हुई।

गुजरात के गोधरा में पांड्यापुरा गांव के पास सोमवार दोपहर को बड़ा हादसा टल गया। यहां एक खदान में विस्फोट से उड़े पत्थरों से ओवरहेड पावर केबल टूट गया था। इसी दौरान लोगों ने ट्रेन के आने का सायरन सुना और अपने लाल कलर के कपड़े उतारकर ट्रेन को रुकवाने की कोशिश की।

हालांकि, स्पीड में होने के चलते मालगाड़ी रुकने में कुछ समय लग गया और इंजर वायर को छूते हुए आगे बढ़ गया। इससे बिजली लाइन और टूट गई और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। हादसा होने से पहले ट्रेन रुक गई। इसके बाद रेलवे की टीम ने वायर को सही कर ट्रेन को रवाना किया।

हादसे की तीन तस्वीरें…

ट्रेन रोकते लाल कपड़े लहराते हुए गांववाले।

ट्रेन रोकते लाल कपड़े लहराते हुए गांववाले।

वायर को छूते हुए आगे निकल गई मालगाड़ी।

वायर को छूते हुए आगे निकल गई मालगाड़ी।

पॉवर कट होने से रुक गई ट्रेन।

पॉवर कट होने से रुक गई ट्रेन।

गांववालों ने अपने लाल कपड़े उतारकर लहराए बिजली का तार क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलते ही गांववाले एक्टिव हो गए थे। ट्रेन की आवाज सुनते ही लोग दूर तक दौड़े, जिससे ट्रेन को हादसे वाली जगह से काफी पहले ही रुकवाया जा सके। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें ग्रामीणों की सतर्कता देखी जा सकती है। गनीमत रही कि बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण मालगाड़ी रुक गई और बड़ा हादसा टल गया।

दूसरे ट्रैक से रवाना की गईं ट्रेनें सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों और टेक्नीशियंस की टीमें मौके पर पहुंची। करीब तीन घंटों की मशक्कत के बाद बिजली केबल को ठीक कर रेल सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया। हालाकि, इस घटना से रेल सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा। यहां से गुजरने वाली ट्रेनों को दूसरे ट्रैक से रवाना किया गया।

भागीरथ माइंस में ब्लास्ट से टूटी थी केबल पांड्यापुरा स्थित भागीरथ माइंस में ब्लास्टिंग के दौरान उड़े पत्थरों के टुकड़ों से रेलवे की मुख्य ओएचई (ओवरहेड इक्विपमेंट) बिजली केबल क्षतिग्रस्त हो गई थी। ग्रामीणों ने भागीरथ माइंस की लापरवाही पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गांववालों का कहना है कि खदान संचालकों द्वारा अक्सर बिना किसी पूर्व सूचना के ब्लास्टिंग कर दी जाती है। जिससे लगातार हादसे होने के डर बना रहता है।



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments