नई दिल्ली. मेरिका की ओर से रविवार को ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए जाने के बाद से मध्य पूर्व में एयर ट्रैफिक को चुनौतियों का समाना करना पड़ा है. बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के कारण एयरलाइंस अब इस क्षेत्र के हवाई क्षेत्र के बड़े हिस्से से उड़ान भरने से बच रही हैं, जिसके कारण उड़ानों में देरी हो रही है, उड़ान का समय बढ़ रहा है और लागत बढ़ रही है.
फ्लाइटरडार24 के द्वारा सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर शेयर की गई पोस्ट में कहा गया, “अमेरिकी हमलों के बाद कमर्शियल विमान उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में उड़ान भरने से बच रहे हैं, पिछले सप्ताह लागू किए गए हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों का पालन कर रहे हैं.
हालांकि अभी तक नागरिक विमानों को कोई सीधा खतरा नहीं है, लेकिन समूह ने कहा कि ईरान अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर या हिजबुल्लाह जैसे अपने सहयोगियों का इस्तेमाल करके जवाब दे सकता है. सेफ एयरस्पेस ने यह भी चेतावनी दी है कि बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे अन्य खाड़ी देशों को भी खतरा बढ़ सकता है.
इजरायल की मुख्य एयरलाइनों (एल अल, अर्किया और इसरेयर) ने इजरायली नागरिकों को वापस घर लाने के लिए बचाव उड़ानें चलाना बंद कर दिया है. एल अल ने यह भी घोषणा की कि उसकी नियमित वाणिज्यिक उड़ानें कम से कम 27 जून तक निलंबित रहेंगी.