सहारनपुर3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
सहारनपुर में मुस्लिम राजपूत वेलफेयर एसोसिएशन ने समाज सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जनमंच सभागार में आयोजित महापंचायत में फिजूलखर्ची रोकने के लिए कई निर्णय लिए गए।
पंचायत में मय्यत के दौरान खाना देने की प्रथा को बंद करने का फैसला किया गया। शादी समारोहों में डीजे, नाच-गाना और आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। सलामी, जूता चुराई और लाड-कोथली जैसी परंपराओं को भी समाप्त किया गया है।
रिश्ता तय करने की प्रक्रिया को व्यवस्थित करने के लिए नए नियम बनाए गए हैं। लड़की देखने जाने वालों की संख्या 2 से 4 लोगों तक सीमित की गई है। चिट्ठी लेने के लिए दो जिम्मेदार व्यक्तियों की नियुक्ति अनिवार्य की गई है।
समाज में नशाखोरी और मुखबिरी के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। मायके में रह रही बेटियों के वैवाहिक विवादों को पंचायत के माध्यम से सुलझाया जाएगा। इन सभी सुधारों की निगरानी के लिए एक विशेष पंचायत प्रणाली स्थापित की जाएगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय संयोजक राव अब्दुल सत्तार ने की। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष रियासत अली चौधरी, पूर्व विधायक असलम चौधरी, नवाब अहमद हमीद, कुँवर अय्यूब अली एडवोकेट समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।