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सहारनपुर के रेलवे रोड पर पिछले 32 सालों से हरिओम अपनी खास फ्रूट चाट से लोगों का दिल जीत रहे हैं. उनके द्वारा बनाई जाने वाली चाट की सबसे बड़ी खासियत है उसमें इस्तेमाल होने वाला जादुई मसाला, जो उन्हें विरासत में उनके पिता से मिला था. यही मसाला उनकी चाट को सबसे अलग और लाजवाब बनाता है. उनकी फ्रूट चाट में सर्दियों में मिलने वाली शकरकंदी का भी खास इस्तेमाल होता है, जो स्वाद और सेहत दोनों में बेहतरीन होती है. यही कारण है कि हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्यों से लोग उनकी चाट का स्वाद लेने आते हैं.
खाने-पीने की चीजों को लेकर सहारनपुर दूर-दूर तक अपनी छाप छोड़ता है. सहारनपुर में पिछले 32 साल से फ्रूट चाट बना रहे हरिओम के हाथों से बनी फ्रूट चाट खाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. हरिओम की फ्रूट चाट में आपको सर्दियों में मिलने वाली शकरकंदी भी मिलेगी.

चटपटा खाने के काफी लोग शौकीन होते हैं, लेकिन अगर चटपटे में चाट मिल जाए और वह भी फ्रूट वाली, तो मुंह में पानी आना लाजमी है. जी हां, हम बात कर रहे हैं सहारनपुर में पिछले 32 साल से फ्रूट चाट बनाते आ रहे हरिओम की, जिनके हाथ से बनी चाट को खाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.

सहारनपुर के रेलवे रोड स्थित हरिओम पिछले 32 सालों से स्पेशल फ्रूट चाट बनाते आ रहे हैं, जो हजारों लोगों की जीभ का स्वाद बनी हुई है. इस खास चाट को चखने के लिए लोग दूर-दूर से उनके पास पहुंचते हैं. सुबह से लेकर शाम तक उनके ठेले पर सैकड़ों प्लेट चाट की बिक्री होती है, और हर प्लेट में स्वाद का वही पुराना जादू बरकरार रहता है.

हरिओम की खास फ्रूट चाट की सबसे बड़ी पहचान है उसमें इस्तेमाल होने वाली शकरकंदी. आमतौर पर शकरकंदी सर्दियों में ही मिलती है, लेकिन हरिओम की मेहनत और खास तैयारी के चलते इसका स्वाद गर्मियों में भी लोगों को उनके ठेले पर चखने को मिल जाता है. यही वजह है कि उनके ग्राहक हर मौसम में इस खास चाट का लुत्फ उठाने के लिए खिंचे चले आते हैं.

हरिओम अपनी फ्रूट चाट में रोजाना मंडी से लाए गए ताजे फलों का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें खासतौर पर केला, सेब, पपीता और शकरकंदी शामिल होते हैं. इन फलों को काटकर बड़े तरीके से मिलाया जाता है. खास बात यह है कि इस चाट में जो मसाले डाले जाते हैं, उनकी रेसिपी एकदम खास और सीक्रेट है. ये मसाले हरिओम खुद अपने घर पर तैयार करते हैं, और यही उनकी चाट को खास स्वाद और सुगंध देता है, जो लोगों को बार-बार खींच लाता है.

हरिओम के द्वारा बनाई जाने वाली फ्रूट चाट में एक खास जादुई मसाले का उपयोग किया जाता है, जिसे वह खुद घर पर तैयार करते हैं. यह मसाला उन्हें उनके पिता से विरासत में मिला था और आज भी इसकी रेसिपी एक रहस्य बनी हुई है. हरिओम इस मसाले की जानकारी किसी को नहीं देते, और यही वजह है कि उनकी चाट का स्वाद बाकी दुकानों से बिल्कुल अलग और अनोखा होता है. लोग सिर्फ इस खास स्वाद का अनुभव लेने के लिए दूर-दूर से उनकी दुकान पर खिंचे चले आते हैं.

हरिओम की फ्रूट चाट का स्वाद सिर्फ सहारनपुर तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी लोकप्रियता हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों तक फैली हुई है. यहां आने वाले लोग खासतौर पर उनकी चाट का स्वाद लेने पहुंचते हैं. स्वादिष्ट चाट खाने के बाद लोग उसे पैक कराकर अपने घर भी ले जाते हैं और हर बार इसकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाते. यही कारण है कि हरिओम की चाट सालों से लोगों की जुबान पर बनी हुई है.

हरिओम की फ्रूट चाट न सिर्फ स्वादिष्ट होती है, बल्कि भरपेट भी मिलती है. मात्र 40 रुपए में मिलने वाली इस प्लेट में इतने फल होते हैं कि खाने के बाद भूख का अहसास ही नहीं होता. खास बात यह है कि इसमें शकरकंदी का प्रमुखता से इस्तेमाल होता है, जो पेट को जल्दी भर देती है. वहीं, खट्टे-मीठे स्वाद के साथ इसमें शहद भी मिलाया जाता है, जो स्वाद को और भी खास बना देता है. यही कारण है कि हरिओम की चाट खाने के बाद लोग संतुष्ट होकर लौटते हैं.