कानपुर5 मिनट पहले
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भाद्रपद शुक्ल अष्टमी पर मनाई जाने वाली राधा अष्टमी की तैयारियां शहर के मंदिरों में जोरों पर हैं। इस्कॉन मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, जेके मंदिर और किदवई नगर के राधा माधव मंदिर में विशेष आयोजन होंगे।
इस्कॉन मंदिर को प्राकृतिक फूलों से सजाया जा रहा है। सुबह 10 बजे पंच द्रव्य और पुष्प रस से राधा कृष्ण का अभिषेक होगा। इसके बाद आरती और 56 भोग का आयोजन किया जाएगा। दोपहर 12 बजे राधा रानी को नए वस्त्र पहनाए जाएंगे। शाम को पालकी यात्रा निकलेगी और मंदिर की परिक्रमा होगी।
कौशलपुरी स्थित सनातन धर्म मंदिर में सुबह 9 बजे पट खुलेंगे। राधा रानी का फूलों से श्रृंगार और नए वस्त्र धारण कराए जाएंगे। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम होगा।
जेके मंदिर में शाम को राधारानी की सवारी निकलेगी। वेद मंत्रोच्चार के बाद राधारानी को फूलों से सजे रथ में बिठाया जाएगा। शोभायात्रा में गायत्री परिवार की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में कलश लेकर शामिल होंगी। हजारों श्रद्धालु रथयात्रा में भाग लेंगे। मान्यता है कि भाद्रपद शुक्ल अष्टमी को बरसाना में राधा रानी का जन्म हुआ था। तभी से यह दिन भक्ति, प्रेम और माधुर्य का पर्व माना जाता है।

