राजनाथ सिंह ने यह घोषणा ‘इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम’ में की. उन्होंने कहा, ‘भारत ने आज पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान के निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. हम फ्रांसीसी कंपनी सैफ्रान के साथ मिलकर भारत में ही फाइटर जेट इंजन का निर्माण शुरू करने जा रहे हैं.’
भारत की अपनी ‘स्टेल्थ’ ताकत
AMCA को भारत का पहला स्वदेशी स्टेल्थ-हेवी मल्टी-रोल फाइटर जेट माना जा रहा है. यह 25 टन का ट्विन-इंजन एयरक्राफ्ट होगा, जिसमें 6.5 टन तक का इंटरनल फ्यूल कैपेसिटी होगी. इसमें सुपरक्रूज़ क्षमता, आंतरिक हथियार बे, सेंसर फ्यूज़न और नेक्स्ट-जेनरेशन एवियोनिक्स जैसी खूबियां होंगी.
सरकार ने पहले ही AMCA के लिए 15,000 करोड़ रुपये की शुरुआती लागत को मंजूरी दे दी है. एक्सपर्ट मानते हैं कि इसका डिजाइन और तकनीक भारत को अमेरिकी F-35 और रूस के Su-57 जैसे पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की बराबरी, बल्कि कुछ मामलों में उनसे आगे तक पहुंचा सकता है.
क्यों अहम है यह डील?
पिछले अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया था. इसके बाद से ही वायुसेना के आधुनिकीकरण और स्वदेशी रक्षा उत्पादन पर ज़ोर बढ़ा है. AMCA और इंजन निर्माण की इस डील को उसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है.
भारत के 5th Gen फाइटर जेट में होंगी क्या-क्या खूबियां?
- वजन और क्षमता: 25 टन का ट्विन-इंजन एयरक्राफ्ट, जिसमें 6.5 टन इंटरनल फ्यूल कैपेसिटी है.
- तकनीकी फीचर्स: स्टील्थ (रडार से बचाव), सेंसर फ्यूजन, इंटरनल वेपन्स बे, सुपरक्रूज (बिना आफ्टरबर्नर के सुपरसोनिक स्पीड), और नेक्स्ट-जनरेशन एवियोनिक्स.
- रॉल: मल्टी-रॉल फाइटर, जो गहरे हमलों, एयर डिफेंस और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर में सक्षम.
- लागत: प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत 15,000 करोड़ रुपये अनुमानित है.
F-35 और Su-57 को टक्कर
विशेषज्ञ मानते हैं कि AMCA का हाईटेक डिज़ाइन, सैफ्रान की इंजन तकनीक और विमान की स्टेल्थ क्षमता मिलकर इसे अमेरिका के F-35 और रूस के Su-57 जैसे विमानों से भी आगे ले जा सकती है. F-35 और Su-57 जैसे जेट्स की तुलना में AMCA की कम लागत और उन्नत फीचर्स भारत को हवाई युद्ध में ‘गेम-चेंजर’ बना देंगे. यही वजह है कि इसे लेकर रक्षा जगत में चर्चा है कि आने वाले समय में भारत का यह ‘देसी शिकारी’ वैश्विक आसमान पर वर्चस्व कायम कर सकता है.

