Monday, December 1, 2025
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राहुल बोले- दिल्ली के प्रदूषण पर मोदी जी चुप क्यों: मांएं मुझसे कहती हैं- बच्चे जहरीली हवा में बड़े हो रहे, संसद में चर्चा हो


नई दिल्ली4 घंटे पहले

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दिल्ली की महिलाओं ने प्रदूषण को लेकर राहुल गांधी से मुलाकात की।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर मोदी जी चुप क्यों हैं। आपकी सरकार प्रदूषण रोकने के लिए न तो कोई तुरंत कार्रवाई कर रही, न ही कोई योजना और जवाबदेही दिखा रही है।

उन्होंने X पर दिल्ली की महिलाओं के साथ प्रदूषण पर बातचीत का वीडियो शेयर किया। साथ में लिखा- मैं जिस भी मां से मिलता हूं, वो कहती हैं कि उनका बच्चा जहरीली हवा में सांस लेकर बड़ा हो रहा है। लोग थके, डरे हुए और गुस्से में हैं। मोदी जी भारत के बच्चे हमारे सामने घुट रहे हैं।

राहुल ने 1 दिसंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में प्रदूषण पर विस्तार से चर्चा की मांग की। साथ ही कहा कि इस हेल्थ इमरजेंसी से निपटने के लिए एक सख्त और तुरंत लागू करने वाले एक्शन प्लान की जरूरत है। हमारे बच्चों को बहाने नहीं बल्कि साफ हवा चाहिए।

दिल्ली में एयर क्वालिटी का स्तर 545, यह खतरनाक

राहुल की महिलाओं के साथ प्रदूषण पर बातचीत से जुड़ी 3 फोटोज…

राहुल गांधी ने X पर प्रदूषण पर बातचीत का 8:37 मिनट का वीडियो शेयर किया।

राहुल गांधी ने X पर प्रदूषण पर बातचीत का 8:37 मिनट का वीडियो शेयर किया।

दिल्ली की महिलाओं ने शुक्रवार को राहुल के आवास पर उनसे मुलाकात की।

दिल्ली की महिलाओं ने शुक्रवार को राहुल के आवास पर उनसे मुलाकात की।

महिलाओं ने बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर राहुल गांधी से बात की।

महिलाओं ने बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर राहुल गांधी से बात की।

राहुल बोले- जहरीली हवाओं से बच्चे बीमारियों का शिकार हो रहे

राहुल गांधी ने शुक्रवार को ही एक दूसरे X पोस्ट में लिखा-

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बच्चों का दर्द सबसे गहरी चोट की तरह मांओं के दिल में उतरता है। दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ लड़ रहीं ऐसी ही कुछ साहसी मांओं से मिला। वे अपने ही नहीं, पूरे देश के बच्चों के भविष्य को लेकर डरी हुई हैं।

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आगे कहा कि जहरीली हवा से छोटे-छोटे बच्चे फेफड़ों, दिल और मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। लेकिन इतनी भयावह राष्ट्रीय आपदा के बीच भी मोदी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है और समय तेजी से हमारे हाथों से फिसल रहा है। भारत को तुरंत इस पर गंभीर चर्चा और निर्णायक कार्रवाई चाहिए – ताकि हमारे बच्चे साफ़ हवा तक के लिए संघर्ष न करें, बल्कि एक ऐसे भारत में बड़े हों जो उन्हें सेहत, सुरक्षा और उभरने का पूरा आसमान दे सके।

26 नवंबर: CJI सूर्यकांत बोले थे- कल डेढ़ घंटा टहला, तबीयत बिगड़ गई

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों की तबीयत बिगड़ रही है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है। CJI सूर्यकांत भी इससे प्रभावित दिखे। उन्होंने बुधवार को SIR पर चल रही सुनवाई के दौरान इसका जिक्र किया।

CJI ने कहा था- मैं मंगलवार शाम को एक घंटा टहला। प्रदूषण की वजह से मेरी तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने कहा, हमें जल्द इसका हल निकालना होगा। पूरी खबर पढ़ें…

AQI में हल्का सुधार, दिल्ली-NCR में ग्रैप-3 की पाबंदियां हटीं

दिल्ली-NCR में 26 नवंबर को हवा की गुणवत्ता में हल्के सुधार के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रैप-3 की पाबंदियों को हटा लिया। इसके साथ ही दिल्ली में आधे कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम की सुविधा और वाहनों पर लगी पाबंदियां खत्म कर दी गई हैं।

साथ ही स्कूलों में चल रहीं हाइब्रिड मोड क्लास भी अब बंद कर दी गई हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने CAQMके निर्देशों के बाद 50 फीसदी वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था खत्म होने की बात कही है।

CAQM के अनुसार, पिछले कुछ दिनों के AQI डेटा की समीक्षा की गई। दिल्ली का AQI लगातार सुधार पर है। बुधवार को AQI 327 दर्ज किया गया है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है लेकिन गंभीर श्रेणी से नीचे है।

दिल्ली में 11 नवंबर को ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू कर दी गई थीं। इनमें मुख्य तौर पर बीएस-3 तक के चार पहिया वाहनों के दिल्ली-NCR में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।

19 राज्यों में प्रदूषण मानक से ऊपर, 60% जिलों की हवा बेहद खराब

देश में वायु प्रदूषण का संकट अनुमान से कहीं ज्यादा बढ़ चुका है। 749 में से 447 जिलों (करीब 60%) की हवा में पीएम 2.5 का सालाना औसत राष्ट्रीय मानक से ज्यादा है। पीएम 2.5 का राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक (एनएएक्यूएस) 40 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर है।

19 राज्यों में प्रदूषण का वार्षिक औसत भी राष्ट्रीय मानक से ज्यादा है। एक चिंताजनक पहलू यह भी है कि देश का कोई भी जिला या राज्य वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के 5 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर के मानक पर खरा नहीं है। 50 सर्वाधिक प्रदूषित जिले चार राज्यों- दिल्ली, असम, हरियाणा और बिहार में ही केंद्रित हैं।

ऊर्जा और स्वच्छ हवा पर काम करने वाले संगठन सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की सैटेलाइट बेस्ड रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली, त्रिपुरा, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मेघालय और चंडीगढ़ में मानसून के अलावा हर मौसम में सभी जिले मानक से ज्यादा प्रदूषित रहे।

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ये खबर भी पढ़ें…

दिल्ली प्रदूषण, CJI बोले- हमारे पास जादू की छड़ी नहीं:जिससे आदेश जारी करते ही हवा साफ हो जाए; एक्सपर्ट-साइंटिस्ट को समाधान खोजना चाहिए

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) सूर्यकांत ने 27 नवंबर को दिल्ली-NCR में बढ़ते वायु प्रदूषण पर सुनवाई की। उन्होंने कहा था कि हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। मुझे बताइए कि हम क्या आदेश दे सकते हैं, जिससे हवा तुरंत साफ हो जाए। पूरी खबर पढ़ें…

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