छतरपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत इकरा में गोशाला को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने सरपंच पर गोशाला में पशुओं को न रखने और उनसे अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को इसका वीडियो भी सामने आया है।
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ग्रामीणों ने बताया कि गाय खेतों को नुकसान पहुंचा रहीं हैं। हम गायों को पकड़कर गोशाला में लाते हैं। सरपंच इनको बाहर निकाल देते हैं। पहले भी गोशाला में गायें थीं, जिन्हें सरपंच ने बिना किसी स्पष्ट कारण के बाहर कर दिया था।
लोग बोले- सरपंच गायों को गोशाला से बाहर कर देते
हाल ही में, ग्रामीण लगभग 80 गायों को लेकर गोशाला पहुंचे थे, तब भी सरपंच ने कहा कि यहां कोई व्यवस्था नहीं है और शाम को इन गायों को फिर बाहर निकाल दिया जाएगा।
गोशाला में पानी, चारा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन सरपंच व्यवस्था करने के बजाय किसानों को धमकाते हैं। उनका तर्क है कि यदि गोशाला में पशुओं को रखा जाएगा तो उनकी फसलें सुरक्षित रहेंगी, क्योंकि आवारा पशु खेतों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। ग्रामीणों को पूरा जीवन खेती पर निर्भर है और लगातार हो रहे नुकसान से उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है।
गोशाला में लोगों ने गायों को छोड़ दिया है।
सरपंच बोले- गोशाला की मरम्मत कराई जा रही
वहीं, सरपंच पुरुषोत्तम अहिरवार ने ग्रामीणों के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 में पूर्व सरपंच कुंवर बाई राजपूत ने 32 लाख रुपए की लागत से गोशाला का निर्माण कराया था, लेकिन निर्माण की गुणवत्ता घटिया होने के कारण कुछ ही समय में गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ ने नोटिस भी जारी किया था।
फिलहाल गोशाला का मरम्मत कार्य जारी है और यह तीन से चार दिनों में पूरी तरह दुरुस्त हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि पानी, बिजली और भूसे की व्यवस्था भी करवा दी गई है।

